अगरबत्ती से बकरी पालन तक—मुसहरों के लिए वाराणसी में आजीविका का नया अध्याय

रिपोर्ट: वीरेंद्र पटेल
वाराणसी: मुसहर समुदाय के 302 परिवारों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में वाराणसी में एक बड़ी पहल की गई है। रायफल क्लब परिसर में आयोजित कार्यक्रम में यूपी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और नार्दन कोलफिल्ड लिमिटेड सिंगरौली के बीच 3.91 करोड़ रुपये की सीएसआर परियोजना को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
इस करार के तहत मुसहर परिवारों को अगरबत्ती निर्माण, दोना-पत्तल बनाना, तेल घानी, चप्पल निर्माण और बकरी पालन जैसी स्थायी आजीविका से जोड़ा जाएगा। कुल 135 बकरी पालन यूनिट, 25 दोना-पत्तल यूनिट, 8 चप्पल यूनिट, 2 अगरबत्ती यूनिट और 1 तेल घानी यूनिट स्थापित किए जाएंगे। सभी यूनिट सोलर आधारित होंगी।
महापौर अशोक तिवारी ने इस अवसर को “समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का बड़ा कदम” बताया, जबकि जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने इसे मुसहर समाज के उत्थान का सुनहरा अवसर कहा।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि यह पहल न सिर्फ रोजगार का जरिया बनेगी बल्कि सामाजिक बदलाव का माध्यम भी होगी।
इस परियोजना के तहत होप वेलफेयर ट्रस्ट एक वर्ष तक हैण्डहोल्डिंग सपोर्ट और मार्केट लिंकिंग में सहयोग करेगा। कार्यक्रम में जनपद के वरिष्ठ अधिकारी, मिशन प्रतिनिधि और समूह से जुड़ी महिलाएं भी मौजूद रहीं।