अपहरण, मारपीट और फिरौती की मांग का आरोप — नवोदित फाउंडेशन के एमडी व डायरेक्टर समेत 8 पर गंभीर आरोप

रिपोर्ट: वीरेंद्र पटेल
वाराणसी। नवोदित फाउंडेशन के एमडी और डायरेक्टर समेत करीब आठ लोगों पर एक कर्मचारी ने अपहरण, मारपीट, जान से मारने की धमकी और फिरौती की मांग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित ने इस संबंध में पुलिस आयुक्त वाराणसी को शिकायत पत्र सौंपकर FIR दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
बिहार के पटना निवासी प्रकाश चंद्र, जो मधुबनी स्थित नवोदित फाउंडेशन की शाखा में सीनियर एग्जीक्यूटिव (ऑडिट विभाग) के पद पर कार्यरत हैं, उन्होंने अपने शिकायती पत्र में बताया कि 13 मई को उन्हें कंपनी के एमडी प्रभात कुमार के निर्देश पर वाराणसी के आशापुर स्थित मुख्य कार्यालय बुलाया गया था। यहां प्रभात कुमार और डायरेक्टर ऋषभ पांडेय ने पहले तो गालियां दीं और फिर मधुबनी शाखा में हुई गड़बड़ी को लेकर बेबुनियाद आरोप लगाते हुए धमकाने लगे।
पीड़ित के अनुसार, 14 मई को दोबारा ऑफिस बुलाकर उसे दिनभर बंधक बनाकर रखा गया और शाम होते ही मारपीट, मोबाइल फोन छीनने, और अपहरण की धमकी के साथ जबरन एक सफेद रंग की गाड़ी में बैठाकर आशापुर रोड स्थित एक निर्माणाधीन इमारत में ले जाया गया, जहां पहले से कुछ अज्ञात लोग मौजूद थे।
चार दिनों तक बंधक बनाकर पीटा गया, पिस्टल की नोंक पर धमकाया गया और ₹5 लाख की फिरौती की मांग की गई। इतना ही नहीं, पीड़ित से कई सादे स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर भी जबरन कराए गए। जान बचाने के लिए पीड़ित ने 17 मई को अपने ससुर से ₹1 लाख की रकम कंपनी के खाते में जमा कराई, जिसके बाद उसे कथित रूप से छोड़ा गया।
पीड़ित ने बताया कि वह किसी तरह उन लोगों के चंगुल से भाग निकला और अपने परिजनों को आपबीती बताई। परिजनों के कहने पर अब उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
प्रकाश चंद्र ने अपनी शिकायत में कंपनी के एमडी प्रभात कुमार, डायरेक्टर ऋषभ पांडेय, मधुकर मिश्रा और 4-5 अज्ञात व्यक्तियों को नामजद किया है और FIR दर्ज कर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, इस गंभीर मामले में अब तक पुलिस की ओर से कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है।
अब देखना यह है कि क्या वाराणसी पुलिस आरोपों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए त्वरित जांच शुरू करेगी या फिर यह मामला भी फाइलों में दफन हो जाएगा।