आयुष्मान कार्ड धारक से मांगी गई रकम, जिलाधिकारी के हस्तक्षेप पर सिद्धार्थ हॉस्पिटल ने लौटाई वसूली गई राशि
जौनपुर में सरकारी योजना की अनदेखी, प्रबंधन ने इलाज से किया इनकार; जांच के बाद मरीज को मिला न्याय

रिपोर्ट: राजकुमार बेनवंशी
जौनपुर। शहर के सिद्धार्थ हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड धारक मरीज से अवैध रूप से पैसे मांगे जाने का मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन ने इलाज से इनकार कर मरीज के अभिभावकों से नगद राशि की मांग की, जबकि अस्पताल स्वयं आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध है।
जानकारी के अनुसार मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा था, लेकिन आयुष्मान कार्ड दिखाने के बावजूद प्रबंधन ने उसे बिना पैसे जमा किए इलाज देने से मना कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने तुरंत संज्ञान लिया और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव सिंह के नेतृत्व में एक जांच टीम को मौके पर भेजा।
जांच टीम के हस्तक्षेप और जिलाधिकारी के निर्देश के बाद अस्पताल प्रबंधन को झुकना पड़ा। न सिर्फ मरीज को इलाज उपलब्ध कराया गया, बल्कि उससे जो राशि वसूली गई थी, उसे भी वापस कर दिया गया।
यह घटना आयुष्मान भारत योजना की जमीनी हकीकत और निजी अस्पतालों की मनमानी को उजागर करती है। हालांकि जिलाधिकारी की तत्परता से मरीज को न्याय मिला, लेकिन इस मामले ने यह भी साबित कर दिया कि कई अस्पताल सरकारी योजनाओं की खुलेआम अनदेखी कर रहे हैं। अब ज़रूरत है कि ऐसे संस्थानों पर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई और मरीज इस तरह की परेशानी का शिकार न हो।