ऑटो रिक्शा चालक अल्ताफ ने पेश की ईमानदारी की मिशाल, पुलिस को सौंपा 1 लाख रुपया

नीरज सिंह

 

वाराणसी के एक ऑटो रिक्शा चालक ने ईमानदारी की मिशाल पेश की है, सुबह लगभग 11 बजे अपनी ऑटो को लेकर कैन्ट स्टेशन पहुंचा, जहां उसके अपने ऑटो में एक अज्ञात बैग पड़ा हुआ देखा, जब ऑटो रिक्शा चालक अल्ताफ ने उस बैग को खोलकर देखा तो उसमें ढेर सारे रुपये और कुछ कागजात पड़े हुए थे। जिसको उसने तुरंत रोडवेज चौकी पहुंचकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उधर रितेश नामक युवक जिसका बैग छूट था उसने पुलिस की मदद मांगी, पुलिस ने सीसीटीवी व त्रिनेत्र की मदद से बैग ढूंढ निकाला, जिसमें 1 लाख रुपये भी थे, बैग में एक लाख रुपये व जरूरी कागजात पाकर कैंट पुलिस टीम बहुत प्रशंसा की।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह लगभग 10 बजे रितेश पाण्डेय निवासी शिवपुर ऑटो से कचहरी स्थित बैंक के एटीएम से अकाउंट में पैसे जमा करने के लिए निकले थे, कचहरी पहुंच कर जब बैंक पहुँचे तो जानकारी हुई कि जल्दबाजी में अपना बैग तो ऑटो रिक्शा में ही भूलकर आगे बढ़ गए, घबराए रितेश भगत हुआ कचहरी ऑटो स्टैंड पर पहुंचा लेकिन ऑटो चालक वहां से जा चुका था, जिसको ढूंढते हुए कैंट स्टेशन पहुंच गए, वहां बहुत तलाश करने के बाद भी जब ऑटो चालक का पता नहीं चला तो परेशान रितेश वापस कचहरी पुलिस चौकी पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी।

घटना की जानकारी को गंभीरता से लेते हुए कैन्ट पुलिस ने त्रिनेत्र (कमांड सेंटर) के सीसीटीवी कैमरे की मदद से ऑटो रिक्शा के नंबर का पता लगा कर पंजीकृत वाहन स्वामी मनीज गुप्ता के घर रामनगर पहुंची जहां से उनको जानकारी हुई कि उसने अपना ऑटो रिक्शा मिर्जामुराद की बेबी को बेच दिया है। जहाँ से यह पता चला कि उसने भी ऑटो रिक्शा मिर्ज़ामुराद के अजय पटेल को बेच दिया। अजय पटेल से पूछताछ में आता चला कि उसका ऑटो रिक्शा अल्ताफ नामक चालक चलाता है, जिसके बाद पुलिस अल्ताफ तक पहुंची तो पता चला कि अल्ताफ ने बताया की उसके ऑटो में एक बैग छूट गया था जिसकी जानकारी उसे कैन्ट स्टेशन के पास पहुंचने पर हुई और उसने बैग को खोलकर देखा तो उसमें ढेर सारे रुपये व कुछ कागजात थे, जिसको लेकर अल्ताफ रोडवेज पुलिस चौकी पहुंचकर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। जिसके बाद चौकी प्रभारी कचहरी सौरभ पांडेय एवं क्राइम टीम के आरक्षी अंकित मिश्र ने रोडवेज पुलिस चौकी पहुंच बैग को लेकर पीड़ित रितेश पांडे को वापस कर दिया। 4 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस द्वारा पीड़ित को बैग वापस करते ही उसकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। रितेश को जब ऑटो रिक्शा चालक अल्ताफ की ईमानदारी का पता चला तो वह भावुक हो गया, उसके ईमानदारी को सलाम करते हुए उसने वाराणसी कमिश्नरेट के कैंट पुलिस की भूरी-भूरी प्रशंसा की जिनकी मदद से रुपयों से भरा बैग उसको मिल सका।

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