कज्जाकपुरा सफाई बस्ती के उजाड़े जाने को लेकर प्रशासनिक अवहेलना के खिलाफ ज्ञापन के बावजूद उजड़ने की कोशिश
मो० आरिफ़ अंसारी ।। ख़बर भारत
.
वाराणसी : पूर्वांचल बहुजन मोर्चा के संयोजक अनूप श्रमिक ने कज्जाकपुरा सफाई बस्ती के उजाड़े जाने के मामले को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रेस विज्ञप्ति जारी की। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने बस्ती को उजाड़ने के लिए नोटिस जारी किया है, जबकि इस मामले पर उच्च न्यायालय में एक मुकदमा लंबित है (मुकदमा संख्या रीट/142704/2023)। इसके बावजूद, प्रशासन ने बिना किसी न्यायिक निर्णय के बस्ती को खाली करने की कार्रवाई की है।
संयोजक अनूप श्रमिक ने बताया कि दो दिन पहले ही जिला अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें बस्तीवासियों के हितों की रक्षा करने की अपील की गई थी। इसके बावजूद आज, प्रशासनिक अधिकारी बस्ती में पहुंचे और बस्तीवासियों को खाली करने का आदेश दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रशासन द्वारा की जा रही यह कार्रवाई न्यायिक प्रक्रिया और उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना है।
कज्जाकपुरा सफाई बस्ती में रहने वाले नागरिकों के अधिकारों को लेकर आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस संघर्ष को और तेज किया जाए और आगामी कदम के रूप में नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा जाए। अनूप श्रमिक ने बताया कि आगामी 16 जनवरी 2025 को सुबह 11 बजे नगर निगम सिगरा पर एकत्र होकर नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
उन्होंने बस्तीवासियों और समाज के अन्य नागरिकों से अपील की कि वे इस महत्वपूर्ण संघर्ष में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और नगर निगम सिगरा पर उपस्थित होकर नगर आयुक्त को ज्ञापन देने में सहयोग करें। उनका कहना था, “यह केवल कज्जाकपुरा बस्ती का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज और संविधान की रक्षा की लड़ाई है। हमें अपनी आवाज़ उठाने की जरूरत है, ताकि हमारे अधिकार सुरक्षित रहें।”
इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि बस्ती के लोग पिछले कई दिनों से प्रशासन के विरोध में संघर्ष कर रहे हैं और वे किसी भी कीमत पर अपनी बस्ती को उजाड़े जाने नहीं देंगे।
संयोजक अनूप श्रमिक ने कहा, “यह एक संवैधानिक और न्यायिक मुद्दा है। हम न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं और हम किसी भी हालत में पीछे नहीं हटेंगे।” उन्होंने सभी समर्थकों से अपील की कि वे इस आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल होकर बस्तीवासियों के साथ खड़े हों।
अंत में, उन्होंने सभी से यह आह्वान किया कि वे आगामी ज्ञापन सौंपने के कार्यक्रम में एकजुट होकर शामिल हों और इस संघर्ष में अपनी पूरी ताकत से योगदान दें।