Varanasi

क्रूरता की हदें पार: वाराणसी में 16 वर्षीय मुस्लिम युवक का नाम-धर्म पूछकर रॉड-डंडों से पीटा, गंगाघाट पर कमरे में बंदकर 2 घंटे तक की क्रूरता

रिपोर्ट: श्रुति सूर्यवंशी 

 

~ वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर 18 वर्षीय मुस्लिम युवक को नाम पूछकर पीटा

~ गंगा सेवा निधि के कमरे में बनाया बंधक

~ धर्म पूछकर बेरहमी से दो घंटे तक पीटा,

~ पुलिस पर लीपापोती के आरोप, घायल युवक अस्पताल में भर्ती

वाराणसी। दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां धार्मिक पहचान के आधार पर एक मुस्लिम युवक को बर्बरता का शिकार बनाया गया। पुरानी बस्ती पड़ाव के निवासी 18 वर्षीय मोहम्मद रेहान पुत्र मोहम्मद सलीम को दशाश्वमेध घाट पर बैठे देखकर कुछ युवकों ने उसका नाम पूछा और ‘मुस्लिम हो’ कहते हुए हमला कर दिया।

कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल में घायल युवक रेहान

परिजनों के अनुसार, रेहान नामक युवक दालमंडी के एक दुकान में काम करता है, आज सोमवार की शाम कुछ सामान देने दशास्वमेध की तरफ गया था, और घाट पर जहां गंगा आरती होती है वहां बैठ गया, जहां किसी बात को लेकर कहा सुनी ही गई और वहां 8–10 युवकों ने रेहान को जबरन घाट से खींचकर गंगा सेवा निधि के कार्यालय के एक कमरे में बंद कर दिया। वहां दो घंटे तक उसे रॉड, लाठी और डंडों से बेरहमी से पीटा गया। हमलावरों ने न सिर्फ उसके शरीर पर गंभीर चोटें पहुंचाईं बल्कि उसकी उंगलियां तोड़ दीं और नाखून तक उखाड़ दिए।

कबीरचौरा अस्पताल में घायल युवक रेहान का ईलाज करवाते हुए

पिटाई के दौरान हमलावर बार-बार उसकी धार्मिक पहचान को निशाना बनाकर गालियां देते रहे। घायल अवस्था में जब रेहान बेहोश हो गया तो उसे सीढ़ियों पर फेंककर फरार हो गए। कुछ समय बाद होश में आने के बाद रेहान किसी तरह अपने घर पहुंचा और परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी।

परिजन उसे तत्काल दशाश्वमेध थाने लेकर पहुंचे, जहां से उसे कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती कराया गया। रेहान की हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है। वहीं, स्थानीय लोगों और परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस मामले को मामूली विवाद बताकर दबाने की कोशिश कर रही है।

दशाश्वमेध थाना के बाहर परिजनों की भीड़

मामले की जानकारी शहर मुफ्ती मौलाना बातिन समेत अन्य सामाजिक संगठनों को भी दी गई है। घटना ने वाराणसी के स्थानीय समुदायों में गहरा आक्रोश और भय का माहौल पैदा कर दिया है। परिजनों और नागरिक संगठनों ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।

इस बीच पुलिस अधिकारियों ने बयान जारी कर जांच की बात कही है, लेकिन अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हो पाई है।

 

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