खाद्य एवं रसद विभाग के उपायुक्त ने सैदपुर में कोटे की दुकानों का किया औचक निरीक्षण, गड़बड़ी मिलने पर जताई नाराजगी
ख़बर: आकाश पाण्डेय, ग़ाज़ीपुर
सैदपुर (गाजीपुर), 17 जुलाई 2025 । खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बनाए रखने के उद्देश्य से वाराणसी मंडल के खाद्य एवं रसद विभाग के उपायुक्त ओमप्रकाश ने गुरुवार को सैदपुर नगर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित तीन कोटे की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुछ दुकानों पर कमियां मिलने पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई और संबंधित कोटेदारों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण की शुरुआत नगर के राजमती देवी की कोटे की दुकान से हुई, जहां उपायुक्त ने चावल की गुणवत्ता की जांच के लिए बोरियां खुलवाकर नमूना देखा। एक बोरी में गंदगी पाए जाने पर वे नाराज हो उठे। हालांकि, अन्य बोरियों की गुणवत्ता संतोषजनक पाई गई। कोटेदार ने सफाई दी कि चावल में नीम की पत्तियाँ गिर जाने से ऐसा प्रतीत हो रहा है, जबकि चावल साफ है। उपायुक्त ने इस पर स्पष्ट किया कि वितरण से पहले खाद्यान्न की पूरी तरह से जांच कर लेना अनिवार्य है।
इसके बाद उपायुक्त देवकली ब्लॉक के नैसारा स्थित कोटे की दुकान पर पहुंचे, जहाँ उन्होंने पहले से मौजूद राशन कार्ड धारकों से बातचीत कर वितरण व्यवस्था की हकीकत जानी। कार्डधारकों से मिली जानकारी से संतुष्ट होने के बाद उन्होंने वहां की व्यवस्था को सराहा।
अंत में, उन्होंने सदर ब्लॉक के फतेउल्लाहपुर की कोटे की दुकान का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वितरण प्रक्रिया और स्टॉक का निरीक्षण करते हुए ई-केवाईसी (e-KYC) कराने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कोटेदारों को निर्देशित किया कि प्रत्येक लाभार्थी का समय से ई-केवाईसी कराया जाए, जिससे पात्र लाभार्थियों को ही खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा सके।
उपायुक्त ओमप्रकाश ने कहा कि “शासन की मंशा है कि हर जरूरतमंद को गुणवत्तापूर्ण और समय पर खाद्यान्न मिले। किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिकायत पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी (एआरओ) शरद दुबे, सप्लाई इंस्पेक्टर श्यामोहन सिंह, लिपिक विपिन कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।