जनसुनवाई के ज़रिए बिखरते रिश्तों को जोड़ रही हैं एडीसीपी ममता रानी

रिपोर्ट: वीरेंद्र पटेल
पति-पत्नी के रिश्तों की लाज बचा रही हैं एडीसीपी ममता रानी चौधरी
वाराणसी: कमिश्नरेट वाराणसी की सक्रिय और सफल अधिकारियों में से एक, एडीसीपी (महिला एवं अपराध) ममता रानी चौधरी, न सिर्फ अपराध नियंत्रण में तत्पर हैं, बल्कि पति-पत्नी के आपसी विवादों को सुलझाकर रिश्तों की लाज बचाने का भी सराहनीय कार्य कर रही हैं।
जनसुनवाई के जरिए समाधान की पहल
एडीसीपी ममता रानी चौधरी के नेतृत्व में महिला एवं अपराध कार्यालय में प्रतिदिन दर्जनभर से अधिक दंपतियों के विवादों की सुनवाई की जाती है। यहां पति-पत्नी के आपसी मतभेदों को दूर करने, संवाद स्थापित करने और सुलह करवाने की पूरी कोशिश की जाती है। कई मामलों में, जो रिश्ते टूटने की कगार पर होते हैं, उन्हें फिर से मजबूत करने में सफलता मिल रही है।
महिलाओं की जागरूकता को बताया सकारात्मक संकेत
एडीसीपी ममता रानी चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक हो रही हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं और बालिकाओं की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुना और हल किया जा रहा है।
सामाजिक समरसता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
पुलिस प्रशासन की यह पहल न सिर्फ परिवारों को टूटने से बचा रही है बल्कि समाज में सौहार्द और सकारात्मकता को भी बढ़ावा दे रही है। एडीसीपी ममता रानी चौधरी का यह प्रयास समाज के लिए एक मिसाल बन रहा है, जहां कानून के साथ-साथ रिश्तों को भी संजोने का काम किया जा रहा है।