गाजीपुर-हाजीपुर NH-31 को फोर लेन बनाने की मांग तेज, सांसद अफजाल अंसारी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंपा पत्र
पूर्वांचल और बिहार को जोड़ने वाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग को चौड़ा करने की मांग, मानसून सत्र के दौरान दिल्ली में हुई मुलाकात

ख़बर भारत डेस्क
गाजीपुर/ नई दिल्ली । पूर्वांचल के महत्वपूर्ण संपर्क मार्गों में शुमार गाजीपुर-हाजीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-31) को फोर लेन बनाए जाने की मांग को लेकर गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। यह मुलाकात 24 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली में हुई, जिसमें अफजाल अंसारी ने हाथ से लिखा हुआ एक विस्तृत पत्र मंत्री को सौंपा। पत्र की प्रति सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और इसे लेकर राजनीतिक व जनसरोकार की हलचलें तेज हो गई हैं।
अफजाल अंसारी ने अपने पत्र में विस्तार से उल्लेख किया कि NH-31 गाजीपुर जिले से शुरू होकर मुहम्मदाबाद, बलिया, छपरा होते हुए बिहार के हाजीपुर तक जाता है। यह मार्ग न केवल उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ता है, बल्कि यह राष्ट्रीय व अंतर्राज्यीय यातायात के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस सड़क पर भारी वाहनों की लगातार आवाजाही, जनसंख्या का घनत्व और औद्योगिक उपयोग इसे एक हाई ट्रैफिक कॉरिडोर बनाते हैं।
उन्होंने पत्र में बताया कि लखनऊ से आने वाला पूर्वांचल एक्सप्रेसवे NH-31 के पखनपुरा गांव (सूरतापुर) में आकर समाप्त होता है। यह स्थान पूर्व की दिशा में बक्सर, पटना जैसे बिहार के प्रमुख शहरों को जोड़ता है, वहीं पश्चिम दिशा में यह मार्ग सासाराम होते हुए जीटी रोड तक पहुंचाता है। ऐसे में यह मार्ग उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक जीवन रेखा बन गया है।
सांसद ने अपने पत्र में नितिन गडकरी से आग्रह करते हुए कहा कि “जैसे आपने देश के अन्य हिस्सों में सड़कों के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं, वैसी ही कृपा पूर्वांचल और बिहार के इस सीमावर्ती क्षेत्र पर भी करें। यह न केवल यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाएगा, बल्कि इस पिछड़े इलाके में औद्योगिक विकास, पर्यटन और रोज़गार के नए द्वार भी खोलेगा।”
अफजाल अंसारी की इस मांग को स्थानीय जनता का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इस मांग को लेकर पोस्ट कर रहे हैं और सरकार से जल्द इस दिशा में पहल करने की अपेक्षा जता रहे हैं।
अब सवाल यह है कि क्या नितिन गडकरी इस पत्र पर कोई संज्ञान लेंगे और क्या केंद्र सरकार NH-31 को फोर लेन में तब्दील करने के प्रस्ताव को हरी झंडी देगी? अगर ऐसा होता है, तो यह परियोजना पूर्वांचल के लिए एक बड़ी सौगात साबित हो सकती है।