चंदौली: भीटा-तालाब और नाले की जमीन पर अवैध कब्जा, चार साल से न्याय की आस में पीड़ित

रिपोर्ट: वीरेन्द्र पटेल।
मुगलसराय (चंदौली)। जिले के मुगलसराय क्षेत्र में सरकारी नाले, तालाब और भीटा की जमीन पर अवैध निर्माण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आरोप है कि एक दबंग भू-माफिया ने धोखे से वीडीए (वाराणसी विकास प्राधिकरण) से नक्शा पास कराकर सरकारी ज़मीन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
हैरानी की बात यह है कि एसडीएम की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से ज़मीन को राजस्व अभिलेखों में भीटा, तालाब और जलभराव क्षेत्र के रूप में दर्ज बताया गया है, इसके बावजूद निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है। पीड़ित लगातार चार वर्षों से डीएम, कमिश्नर और वीडीए उपाध्यक्ष तक गुहार लगा चुका है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी।
पीड़ित का आरोप है कि भू-माफिया की ऊंची पहुंच के चलते स्थानीय अधिकारी भी कार्रवाई से बचते नजर आ रहे हैं। स्थिति यह है कि योगी सरकार द्वारा भू-माफियाओं पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के बावजूद, दबंग बेखौफ होकर निर्माण कर रहा है।
पीड़ित ने अपनी जान को खतरा बताया है। उसका कहना है कि जिस तरह से माफिया बेकाबू होता जा रहा है, उसे और उसके परिवार को जान का खतरा है।
प्रशासनिक निष्क्रियता और अधिकारियों की चुप्पी पर अब सवाल उठने लगे हैं—आखिर इतने साक्ष्यों और बार-बार की शिकायतों के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?