
वाराणसी। चौबेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सिंहवार में 28 वर्षीय युवक की गला रेतकर हत्या के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने सफल खुलासा कर दिया है। पुलिस ने आरोपी सिरजू पुत्र मिठाई लाल (उम्र लगभग 40 वर्ष, निवासी ग्राम सिंहवार, थाना चौबेपुर) को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त लोहे का चापड़ (हसिया) भी बरामद किया गया।
घटना का विवरण
पीड़ित के पिता ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उनका बेटा अनिल भारती (उम्र 28 वर्ष) दिनांक 28 अगस्त 2025 की रात लगभग 11 बजे घर से कुछ दूरी पर पाही पर सो रहा था। इसी दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया और उसका गला काट दिया। घायल अनिल को पुलिस की मदद से दीनदयाल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने तुरंत मुकदमा संख्या 571/2025, धारा 103 (1) भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
आरोपी ने किया सनसनीखेज खुलासा
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी सिरजू ने स्वीकार किया कि उसने अपने चचेरे भतीजे अनिल भारती की हत्या की है।
उसने बताया कि अनिल के परिवार से उसकी जमीनी रंजिश चल रही थी। इसके अलावा उसे शक था कि अनिल उसकी पत्नी पर गलत नजर रखता था। इन्हीं कारणों से उसने अनिल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
घटना की रात सिरजू ने पाही पर सो रहे अनिल पर अचानक हमला कर दिया और हसिया से उसकी गर्दन काट दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने 31 अगस्त 2025 की रात करीब 11:50 बजे गौरा अंडरपास, चौबेपुर से सिरजू को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लोहे का चापड़ (हसिया) बरामद कर लिया।
पुलिस टीम की भूमिका
इस खुलासे में थाना चौबेपुर पुलिस की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम में प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार वर्मा, व०उ०नि० राजेन्द्र प्रसाद, उ०नि० रोहित सिंह, हे०का० बुद्ध सिंह सेंगर, हे०का० अखिलेश सरोज, हे०का० रामसिंह, हे०का० रूप सिंह, हे०का० सुरेन्द्र यादव, हे०का० रमाकान्त यादव, का० शशि कुमार सरोज और का० प्रेम पंकज (सर्विलांस सेल) शामिल रहे।
आगे की कार्रवाई
आरोपी को जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई श्रीमान पुलिस आयुक्त वाराणसी के निर्देश, पुलिस उपायुक्त वरुणा ज़ोन के निर्देशन और अपर पुलिस उपायुक्त वरुणा ज़ोन व सहायक पुलिस आयुक्त सारनाथ के पर्यवेक्षण में की गई।