जल संकट पर अनोखा विरोध: पीएम-सीएम का मुखौटा पहनकर भीख मांगेंगे पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य
राजातालाब क्षेत्र में पेयजल संकट के खिलाफ होगा प्रतीकात्मक ‘भिक्षाटन आंदोलन’, कचनार गांव से होगी शुरुआत

मो० आरिफ़ अंसारी
~ 48 घंटे में समाधान नहीं तो अनूठे ढंग से होगा प्रदर्शन, दलित बस्तियों की हालत बद से बदतर
~ 3 करोड़ की लागत से बना ओवरहेड टैंक अधूरा, मरम्मत की फाइलों में लुकी ‘नल से जल’ की योजना
वाराणसी। राजातालाब क्षेत्र की कचनार, रानी बाजार, परसुपुर व भिखारीपुर जैसी बस्तियों में लंबे समय से पेयजल संकट बना हुआ है। हर घर नल से जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाई गई थी, मगर लिकेज और अधूरी संरचनाओं के कारण यह योजना कागज़ों तक सिमट गई है। इससे नाराज़ होकर पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार गुप्ता ने इस बार आंदोलन के लिए एक अनोखा रास्ता चुना है।
भीख मांगकर दिखाएंगे सिस्टम को आईना
यदि आगामी 48 घंटों में जलापूर्ति बहाल और लीकेज की मरम्मत नहीं हुई, तो वे रविवार सुबह 8 बजे से कचनार दलित बस्ती से आंदोलन की शुरुआत करेंगे। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मुखौटा पहनकर भीख मांगेंगे — ताकि लोगों और अधिकारियों का ध्यान इस बुनियादी समस्या की ओर खींचा जा सके।
भीख से जुटे पैसों से करेंगे व्यवस्था
राजकुमार गुप्ता का कहना है कि यदि विभाग की तरफ से लिकेज मरम्मत या हैंडपंप लगवाने की कोई व्यवस्था नहीं होती, तो वे जनता से मिले चंदे से ही इन कार्यों को अंजाम देंगे। उनके अनुसार, यहां 3 करोड़ की लागत से बना ओवरहेड टैंक पिछले 2 वर्षों से अधूरा पड़ा है, जबकि इसकी तय सीमा 31 मार्च 2025 थी, जो बीते दो महीने पहले ही खत्म हो चुकी है।
सवालों के घेरे में विभाग
विरोध के स्वर में गुप्ता ने सवाल किया कि जब राज्य और केंद्र सरकारें हर घर जल योजना को लेकर गंभीर हैं, तो स्थानीय विभागों के पास मरम्मत के लिए बजट क्यों नहीं है? इस मुद्दे को लेकर उन्होंने पीएम और सीएम को सोशल मीडिया, ई-मेल और पत्रों के माध्यम से कई बार सूचित किया, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अंत में चेतावनी भी
राजकुमार गुप्ता ने दो टूक कहा कि यदि इस बार भी आवाज़ अनसुनी की गई, तो आंदोलन को और अधिक व्यापक और निर्णायक बनाया जाएगा।