
मो० आरिफ़ अंसारी
वाराणसी। कैंट थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन परिसर में मंगलवार को करंट की चपेट में आकर एक 21 वर्षीय लाइनमैन की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब वह ट्रांसफार्मर में 11 हजार वोल्टेज की लाइन का कनेक्शन कर रहा था। हादसे के बाद जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बिजली विभाग और काम करवा रही संस्था पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस लाइन परिसर में बिजली विभाग द्वारा मरम्मत और कनेक्शन का कार्य कराया जा रहा था। क्वार्टर गार्ड के समीप ट्रांसफार्मर में 11 हजार वोल्टेज की लाइन को जोड़ा जा रहा था और मीटर लगाने का भी कार्य चल रहा था। बताया गया कि इसके लिए शटडाउन लिया गया था, लेकिन तकनीकी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया।
देवरिया जिले के बगीचघाट स्थित मेहंदीपुर निवासी सरफराज शेख (21) ट्रांसफार्मर पर चढ़कर कनेक्शन कर रहा था, तभी अचानक तेज करंट की चपेट में आकर वह बुरी तरह झुलस गया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों ने उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का आरोप: लापरवाही बनी मौत की वजह
अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बिजली विभाग और कार्यदायी संस्था पर सुरक्षा उपायों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि सरफराज को बिना उचित सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक लाइन पर चढ़ा दिया गया। न तो पर्याप्त निगरानी थी और न ही कोई फाल्ट चेकिंग सिस्टम। यदि समय रहते शटडाउन की स्थिति की ठीक से जांच की जाती, तो यह हादसा टल सकता था।
परिवार में मचा कोहराम
सरफराज तीन भाइयों में सबसे छोटा था। एक भाई खुशबुद्दीन भारतीय सेना में कार्यरत है, जबकि दूसरा भाई सर्फूद्दीन दुबई में नौकरी करता है। उसकी एक बहन सादिया है। पिता अशफाक उर्फ मुन्ना शेख शुगर के मरीज हैं और मां सकीना बेगम गृहिणी हैं। अभी तक परिवार में किसी भी भाई-बहन की शादी नहीं हुई थी। सरफराज के आकस्मिक निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। बिजली विभाग और कार्यदायी संस्था की भूमिका की भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर मामला कार्य के दौरान सुरक्षा में गंभीर चूक का प्रतीत होता है।