नहीं जाग रहे जिम्मेदार, क्या किसी और की जान जाने का है इंतजार
आकाश पाण्डेय
ग़ाज़ीपुर (सैदपुर)। नगर स्थित हाईवे पर आवारा सांड़ों के आतंक से लोग भयभीत है, बता दें कि नई सड़क त्रिमुहानी के पास सांड से टकराकर बाइक सवार युवक की मौत को अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ था कि आज एक बार फिर से घटनास्थल से महज कुछ ही दूर स्वराज एजेंसी के सामने बीच हाईवे पर आपस में भिड़े दो सांड से दो बाइक सवार युवक टकराकर घायल हो गए। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से फौरन अस्पताल ले जाया गया। संयोग अच्छा था कि वो गंभीर रूप से घायल नहीं हुए और उनकी जान बच गई। जिसके चलते उस दिन के घटना की पुनरावृत्ति होने से बाल-बाल बच गई।
घटना के बाद नगरवासियों में नगर पंचायत कर्मियों के प्रति आक्रोश है। लोगों का कहना है कि नगर पंचायत कर्मियों द्वारा सड़कों पर घूमने वाला आवारा पशुओं को अगर गोशालों में भेजा जाता या उनका समुचित इंतजाम किया जाता तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता और नगर के युवा रोहित प्रजापति को असमय अपनी जान नहीं गंवानी पड़ती।
समाजसेवी रमेश यादव (डब्लू) ने कहा कि नगर की सड़को पर आए दिन सांड़ लड़ते रहते हैं। इनके सबसे ज्यादा शिकार नई सड़क स्थित सब्जी मंडी में आने वाले व्यापारी व वहां के सब्जी विक्रेता होते हैं। क्योंकि ये सांड दिन भर वहीं बीच सड़क पर बैठे रहते हैं और आपस में लड़ते भी रहते हैं। जब ये लड़ने लगते हैं तो इन्हें कोई नहीं रोक पाता। कई बार तो ये दुकानों के अंदर तक घुसकर तोड़फोड़ कर देते हैं।
सब्जी विक्रेता महेंद्र सोनकर, पिंटू सोनकर, ऋषि सोनकर आदि ने बताया कि जब ये लड़ने लगते हैं तो बांस की मार का भी इन पर कोई असर नहीं होता। उन्होंने भी नगर पंचायत कर्मियों से इन आवारा पशुओं को गोशालों में भेजने की मांग की है।