नाली निर्माण में खुली लूट! मुहम्मदाबाद नगर पालिका में नियमों की उड़ रही धज्जियां, जिम्मेदार कौन?

रिपोर्ट: राहुल पटेल(गाजीपुर)।
मुहम्मदाबाद/गाजीपुर: नगर पालिका मोहम्मदाबाद में नाली निर्माण के नाम पर सरकारी धन की खुली लूट का मामला सामने आया है। तहसील गोलंबर से महिला अस्पताल तक बन रही नाली की पड़ताल करने पर ऐसी तस्वीरें सामने आईं, जिसने निर्माण कार्य की गुणवत्ता और पारदर्शिता दोनों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
मानकों की खुली अवहेलना
नियम के मुताबिक जहां 6-6 इंच की दूरी पर सरिया बांधने का प्रावधान है, वहीं मौके पर 12 से 14 इंच की दूरी पर सरिया बांधकर काम को सिर्फ दिखावे का रूप दिया जा रहा है। ऊपर से छोटे-छोटे सरिया के टुकड़े भरकर जनता को भ्रमित किया जा रहा है।
गिट्टी, ईंट और ढलाई में धांधली
निचली सतह पर अधूरी ईंटें और टूटा-फूटा मलबा डालकर बेस तैयार किया गया है। गिट्टी की ढलाई में भी मोटी गड़बड़ी है — कहीं डेढ़ इंच तो कहीं मात्र दो इंच की ढलाई कर दी गई है। वहीं नाली की दीवारें ऊपर से 9 इंच दिखाई जाती हैं लेकिन हकीकत में सिर्फ 3 से 4 इंच की ही बनाई गई हैं।
साइट पर कोई निगरानी नहीं
काम की निगरानी के लिए न तो कोई इंजीनियर है, न सुपरवाइजर और न ही नगरपालिका का कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद था। जब मौके पर मौजूद मजदूरों से ढलाई के अनुपात के बारे में पूछा गया तो जवाब में भी स्पष्टता नहीं मिली — किसी ने 1:4 बताया तो किसी ने 1:6
जिम्मेदार गायब, जनता परेशान
जब नगर पालिका कार्यालय में जानकारी के लिए पहुँचा गया तो अधिशासी अधिकारी और अध्यक्ष दोनों गैरहाजिर मिले। ऐसे में जनता सवाल कर रही है कि आखिर किसके इशारे पर करोड़ों के निर्माण कार्य में लूट की छूट दी जा रही है?
स्थानीय लोगों का फूटा गुस्सा
स्थानीय निवासियों का कहना है कि घटिया निर्माण सामग्री और अधूरी तकनीकी तैयारियों के साथ काम किया जा रहा है। अगर यही हाल रहा तो अगले दो साल में ये नाली ध्वस्त हो जाएगी और जनता की मेहनत की कमाई पानी में बह जाएगी।
👉 सवाल यह है कि क्या जिला प्रशासन इस घोटाले पर कार्रवाई करेगा या फिर हादसे का इंतज़ार करेगा?