
विशाल कुमार, वाराणसी
वाराणसी। चोलापुर थाना क्षेत्र के एकला गांव में शनिवार रात एक सिक्योरिटी गार्ड ने अपनी लाइसेंसी रिपीटर गन से खुद को गोली मार ली। गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि रिपीटर साफ करने के दौरान गोली गलती से चल गई, लेकिन पुलिस इस घटना को लेकर पारिवारिक विवाद की भी जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
चोलापुर थाना क्षेत्र के एकला गांव निवासी विजय प्रताप सिंह उर्फ मंटू (40) पुत्र माता प्रसाद सिंह एक सिक्योरिटी कंपनी में गार्ड के पद पर कार्यरत था। शनिवार रात को उसके कमरे से अचानक गोली चलने की आवाज आई। आवाज़ सुनकर परिजन दौड़े तो देखा कि विजय प्रताप का रक्तरंजित शव कमरे में पड़ा था।
परिजनों ने दावा किया कि वह अपनी रिपीटर गन साफ कर रहा था, तभी गलती से ट्रिगर दब गया और गोली चल गई। वहीं, कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि विजय प्रताप पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव में था और परिवार में विवाद चल रहा था।
घटना की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही डीसीपी चंद्रकांत मीणा, एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी, प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार, फॉरेंसिक टीम और पुलिस बल मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सभी साक्ष्य इकट्ठा किए और हथियार को जांच के लिए जब्त कर लिया।
हत्या या आत्महत्या? पुलिस कर रही जांच
फिलहाल पुलिस इस मामले में परिजनों के बयानों और फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
- क्या यह आत्महत्या थी या सच में एक दुर्घटना?
- पारिवारिक विवाद की वजह से विजय प्रताप ने यह कदम उठाया या मात्र एक दुर्घटना थी?
इन सभी बिंदुओं की गहनता से जांच की जा रही है।
सहायक पुलिस आयुक्त डॉ० अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि, “परिजनों ने इसे दुर्घटना बताया है, लेकिन हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।”