फर्जी ट्राई और सीबीआई अधिकारी बनकर की गई ₹49.40 लाख की साइबर ठगी, वाराणसी पुलिस ने दो शातिर साइबर अपराधी ग्वालियर से दबोचे
नीरज सिंह || वाराणसी

वाराणसी। फर्जी ट्राई और सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों को गिरफ्तारी का भय दिखाते हुए डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो शातिर साइबर अपराधियों को वाराणसी पुलिस ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से बड़ी मात्रा में पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड, नकदी सहित अन्य आपराधिक सामग्री बरामद की गई है।
प्रकरण की शुरुआत उस समय हुई जब महमूरगंज निवासी सुभाष चंद्रा ने 11 मई 2025 को सिगरा थाने में शिकायत दर्ज कराई कि अज्ञात साइबर अपराधियों ने खुद को ट्राई और सीबीआई का अधिकारी बताते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी। भयभीत कर उन्होंने पीड़ित से कुल ₹49 लाख 40 हजार रुपये की ठगी कर ली। इस संबंध में मु0अ0सं0 0016/2025 अंतर्गत धारा 318(2), 318(4), 308(2) बीएनएस व 66 डी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना निरीक्षक श्री गोपालजी कुशवाहा को सौंपी गई।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त श्री मोहित अग्रवाल, पुलिस उपायुक्त अपराध सरवणन टी०, अपर पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम नीतू कादयान एवं सहायक पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम विदुष सक्सेना के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा तकनीकी और मानव खुफिया सूचनाओं के आधार पर पड़ताल की गई, जिसमें सफलतापूर्वक ग्वालियर (म.प्र.) से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान
- अभिलाष श्रीवास्तव पुत्र सुनील श्रीवास्तव, निवासी सुदामापुरी, थाना मुरार, जिला ग्वालियर।
- समीर राणा पुत्र नारायण सिंह राणा, निवासी ग्राम धगौरी, थाना मौ, जिला भिंड (म.प्र.)। वर्तमान में ग्राम कुम्हरपुरा, शहीद गेट के पास, मुरार, ग्वालियर में रह रहा था।
अपराध करने का तरीका
यह गिरोह खुद को ट्राई और सीबीआई अधिकारी बताकर लोगों को फर्जी डिजिटल दस्तावेज, वारंट आदि दिखाकर गिरफ्तारी का भय पैदा करता था। इसके बाद पीड़ितों को तथाकथित ‘डिजिटल अरेस्ट’ में लेते हुए उनसे बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कराए जाते थे। बाद में वह राशि विदेशी सहयोगियों के माध्यम से विभिन्न खातों में स्थानांतरित कर क्रिप्टोकरेंसी अथवा अन्य माध्यमों से कैश कर ली जाती थी। गिरोह के सदस्य आपस में हिस्सा बांटकर ठगी के पैसे का उपभोग करते थे।
बरामद सामग्री
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 21 बैंक पासबुक, 15 एटीएम कार्ड, 19 चेकबुक, 1 एंड्रॉयड मोबाइल, 12 सिम कार्ड, ₹1,10,500 नकद, 3 बैंक खाता खोलने के फॉर्म तथा 1 लेखा-जोखा डायरी बरामद की गई है।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में शामिल रहे
निरीक्षक गोपालजी कुशवाहा, उप निरीक्षक संजीव कनौजिया, सहायक उप निरीक्षक श्यामलाल गुप्ता, कांस्टेबल पृथ्वीराज सिंह, कांस्टेबल अंकित प्रजापति एवं साइबर क्राइम थाना वाराणसी के अन्य कर्मचारीगण।
पुलिस आयुक्त वाराणसी ने इस सफलता पर टीम को सराहा है तथा आम जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यदि खुद को सरकारी अधिकारी बताकर दबाव बनाकर पैसे की मांग करे तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।