फुले दंपति पर बनी फिल्म पर सेंसर बोर्ड की रोक के खिलाफ वाराणसी में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन
जिला मुख्यालय पर आम आदमी पार्टी ने सेंसर बोर्ड के फैसले को बताया विचारों की हत्या, राष्ट्रपति से रोक हटाने की मांग की

रिपोर्ट: वीरेन्द्र पटेल
वाराणसी। महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म पर सेंसर बोर्ड द्वारा लगाई गई रोक के विरोध में आम आदमी पार्टी, वाराणसी ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। पार्टी पदाधिकारियों ने सेंसर बोर्ड के फैसले को अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बताते हुए राष्ट्रपति से फिल्म से रोक हटाने की मांग की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष ई. रमाशंकर सिंह पटेल ने कहा कि महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले ने जातिवाद, अशिक्षा और लैंगिक असमानता के खिलाफ संघर्ष किया। उनके जीवन पर बनी फिल्म को जनता तक पहुँचना चाहिए ताकि युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सके।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला महासचिव प्रो. अखिलेश पांडेय ने कहा कि सेंसर बोर्ड का यह कदम सामाजिक न्याय की आवाज को दबाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ यह खिलवाड़ है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इस मौके पर आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति से मांग की कि सेंसर बोर्ड को निर्देशित किया जाए कि वह फिल्म पर से प्रतिबंध तत्काल हटाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ऐसे महापुरुषों की विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाने में कोई बाधा न हो।