बलिया खाद्यान्न घोटाले में बड़ी कार्रवाई: EOW वाराणसी ने चितईपुर से दबोचा आरोपी, लाखों रुपये के गबन का है आरोप
पूर्व बीडीओ दयाराम विश्वकर्मा गिरफ्तार, 2006 से चल रहा था वांछित

मो० आरिफ़ अंसारी
वाराणसी/बलिया, 22 जून 2025: वर्ष 2002 से 2005 के बीच बलिया जनपद के बांसडीह ब्लॉक में हुए बहुचर्चित खाद्यान्न घोटाले में एक ब ड़ी कार्रवाई करते हुए आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) वाराणसी की टीम ने पूर्व खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) दयाराम विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दयाराम को चितईपुर थाना क्षेत्र में उसके वर्तमान निवास स्थान के पास से पुलिस टीम ने दबोचा।
दयाराम विश्वकर्मा, पुत्र मुराहू विश्वकर्मा, मूल रूप से चंदौली जनपद के शहाबगंज थाना अंतर्गत ग्राम शहाबगंज का निवासी है। वह वर्तमान में वाराणसी के सुंदरपुर, थाना चितईपुर क्षेत्र में रह रहा था। गिरफ्तारी के समय चितईपुर थाना पुलिस का भी सहयोग लिया गया।
2006 से फरार था आरोपी, दो अभियोगों में नामजद
दयाराम विश्वकर्मा पर थाना बांसडीह, बलिया में दर्ज मुकदमा संख्या 65B/2006 में भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 419, 420, 467, 468, 471, 218, 201, 34 और 120B तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) के तहत गंभीर आरोप हैं। वह बलिया खाद्यान्न घोटाले से जुड़े दो अलग-अलग अभियोगों में नामजद अभियुक्त रहा है और 2022 में जिला सुल्तानपुर से डीडीओ पद से सेवानिवृत्त हुआ था।
27 लाख के गबन और खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी का आरोप
आरोप है कि संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत वर्ष 2002-2005 के दौरान बांसडीह ब्लॉक के विभिन्न गांवों में कराए गए निर्माण कार्यों (जैसे मिट्टी कार्य, नाली, खड़ंजा, सीसी रोड और पुलिया निर्माण) में भारी अनियमितताएं पाई गई थीं। साथ ही मजदूरों को वितरण किए जाने वाले खाद्यान्न का वितरण नहीं किया गया और मस्टर रोल में फर्जी हस्ताक्षर/अंगूठा लगाया गया।
दयाराम ने अन्य सहअभियुक्तों के साथ मिलकर लगभग 27 लाख रुपये के सरकारी खाद्यान्न और धन का गबन किया था।
न्यायालय में पेश कर भेजा जाएगा जेल
आरोपी सेवानिवृत्ति के बाद से लगातार पते बदलता रहा और पुलिस को बताए गए पते पर नहीं रह रहा था। लंबे समय से फरार चल रहे इस आरोपी की तलाश में ईओडब्ल्यू लखनऊ के पुलिस महानिरीक्षक के आदेश पर पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू वाराणसी श्री प्रदीप कुमार के निर्देशन में निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी।
पकड़े जाने के बाद आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत कर रिमांड की कार्यवाही के उपरांत जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम:
- निरीक्षक: सुनील कुमार वर्मा
- मुख्य आरक्षी: हेमंत सिंह, विनीत पांडे, सुनील मिश्रा, राजकिशोर, सरफराज अंसारी (ईओडब्ल्यू वाराणसी)
- चितईपुर थाना से: आरक्षी राजेश यादव, शिवकुमार और विनोद कुमार