भांवरकोल पुलिस की सतर्कता से दो मासूम अपने परिजनों से मिले, CWC गाजीपुर ने निभाई अहम भूमिका

रिपोर्ट: राहुल पटेल
भांवरकोल (गाजीपुर) । पुलिस और प्रशासनिक सहयोग जब संवेदनशीलता के साथ काम करता है, तो समाज में भरोसे की एक मजबूत मिसाल कायम होती है। कुछ ऐसा ही उदाहरण भांवरकोल पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) गाजीपुर ने पेश किया है, जहां दो गुमशुदा नाबालिग बच्चों को सकुशल उनके परिजनों से मिलवा दिया गया।
मामला 24 मई 2025 की रात का है, जब भांवरकोल थाना क्षेत्र के ग्राम सजना शिव मंदिर के पास गश्त कर रही चीता मोबाइल टीम को सड़क किनारे दो मासूम बच्चे रोते हुए मिले। बच्चे घबराए हुए थे और पूछने पर भी अपना सही नाम-पता नहीं बता पा रहे थे। स्थिति को समझते हुए पुलिसकर्मियों ने मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए दोनों बच्चों को भांवरकोल थाने लाया।
थानाध्यक्ष संतोष कुमार राय ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत बाल कल्याण समिति गाजीपुर से संपर्क किया। साथ ही, मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से बच्चों की तस्वीरें साझा कर परिजनों को खोजने का प्रयास शुरू किया गया।
इन प्रयासों का असर जल्द ही देखने को मिला और 26 मई 2025 को बच्चों के परिजन बाल कल्याण समिति गाजीपुर से संपर्क में आए। सत्यापन और पहचान के उपरांत समिति द्वारा दोनों बच्चों को सकुशल परिजनों के हवाले कर दिया गया।
इस मानवीय कार्य में थानाध्यक्ष संतोष कुमार राय और उनकी टीम के साथ-साथ CWC कर्मचारी अर्चना सिंह की भूमिका भी अत्यंत सराहनीय रही।
बच्चों को पाकर जहां परिजनों की आंखें नम थीं, वहीं उन्होंने पुलिस और बाल कल्याण समिति की तहेदिल से प्रशंसा की।
यह पूरी घटना इस बात का प्रमाण है कि संवेदनशील पुलिसिंग और प्रशासनिक सजगता समाज में भरोसे की नींव मजबूत करती है।