
वाराणसी। भेलूपुर थाना पुलिस ने एक संगठित साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए आठ शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो आम लोगों से आधार कार्ड, पैन कार्ड और मोबाइल नंबर लेकर फर्जी बैंक खाते खुलवाते थे और उन्हें अवैध कार्यों में इस्तेमाल करते थे। आरोपित, लोन दिलवाने का झांसा देकर दस्तावेज एकत्र करते थे, और विरोध करने पर पीड़ितों के साथ गाली-गलौज करते थे तथा जान से मारने की धमकी तक देते थे।
यह कार्रवाई अपराधों की रोकथाम और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत की गई। पुलिस उपायुक्त काशी जोन के निर्देशन, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन के पर्यवेक्षण तथा सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर के नेतृत्व में गठित टीम ने सुनियोजित ढंग से छापेमारी कर गिरोह के आठ सदस्यों को धर दबोचा।
पुलिस के अनुसार, इस मामले में भेलूपुर थाने में मु0अ0सं0-0330/2025, धारा 112(2), 318(4), 316(2), 352, 351(2) बीएनएस के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
चार आरोपितों को रविंद्रपुरी कॉलोनी के पास से गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान राहुल प्रजापति (25 वर्ष), निवासी कुरहुआ, थाना रोहनिया, अरुण शर्मा (20 वर्ष), निवासी जिवधीपुर बजरडीहा, थाना भेलूपुर, आयुषमान यादव (20 वर्ष), निवासी सिरगोवर्धन, थाना लंका तथा नवीन कुमार गुप्ता (21 वर्ष), निवासी सोनारपुरा, थाना भेलूपुर के रूप में हुई है।
वहीं, गिरोह के अन्य चार सदस्यों को अस्सी पुलिया के पास से हिरासत में लिया गया। ये आरोपी हैं हर्ष सिंह (22 वर्ष), निवासी सरायनन्दन, खोजवा, मोनू कुमार (20 वर्ष), निवासी खोजवा, फिरोज (25 वर्ष), निवासी दुर्गाकुंड तथा ओम प्रकाश (50 वर्ष), निवासी नवाबगंज, दुर्गाकुंड।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह सुनियोजित तरीके से काम करता था और अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय था। ये लोग जिन दस्तावेजों के आधार पर खाते खुलवाते थे, उनका प्रयोग साइबर ठगी, हवाला कारोबार अथवा अन्य संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों में किया जाता था। पुलिस को इनके पास से कई महत्त्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
फिलहाल सभी आरोपियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है, और पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में भी जुट गई है।