मिर्जामुराद में पत्रकार से अभद्रता मामला: एसएचओ के व्यवहार पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने जताया विरोध
पीड़ित पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार और लगातार हो रही पत्थरबाज़ी पर पुलिस की चुप्पी, थाना प्रभारी की पत्रकार से अभद्रता पर ग्रापए ने बैठक कर कड़ा ऐतराज़ जताया

आलोचक नीरज सिंह, ख़बर भारत
~ पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर उठे सवाल
~ थानेदार सुधीर त्रिपाठी पर पहले से भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
~ ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने जताई चिंता
वाराणसी (मिर्जामुराद): मिर्जामुराद थाना क्षेत्र में एक पत्रकार के साथ थाना प्रभारी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार को लेकर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन (ग्रापए) में नाराजगी की लहर दौड़ गई है। रविवार को संगठन के पूर्व ज़िलाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ‘पिटूँ’ के निवास पर एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसमें पत्रकारों की गरिमा पर चोट और पुलिस के रवैये की कड़ी निंदा की गई।
बैठक में मौजूद पत्रकारों ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को इस तरह अपमानित करना न केवल निंदनीय है, बल्कि पूरी प्रशासनिक सोच पर सवाल खड़ा करता है।
दरअसल, करधना गांव निवासी पत्रकार कृष्णा पाठक के घर पर पिछले कुछ दिनों से अराजक तत्वों द्वारा लगातार पत्थरबाज़ी की जा रही है। बावजूद इसके, स्थानीय पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। शनिवार को एक बार फिर घटना हुई, जिसके बाद पत्रकार ने थाने में सूचना दी। कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, लेकिन बाद में बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया।
जब पत्रकार ने थाने के एसएचओ सुधीर त्रिपाठी से इस पर स्पष्टीकरण मांगा, तो वह भड़क उठे और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यह बात पत्रकार जगत को नागवार गुज़री।
उधर, जब मीडियाकर्मी एसएचओ सुधीर त्रिपाठी से मिलने पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर वह व्यस्त हैं। फिलहाल, थाना प्रभारी के ऊपर पहले भी भ्रष्टाचार और अवैध वसूली जैसे आरोप लग चुके हैं, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
बैठक में ग्रापए राजातालाब अध्यक्ष रमेश शर्मा, उपाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, सचिन मिश्रा, बिंदेश सिंह, मुश्ताक आलम सहित कई पत्रकारों ने हिस्सा लिया और प्रशासन से तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग की।