
आकाश पाण्डेय, गाज़ीपुर
सैदपुर (गाजीपुर) : रामकरन सेतु से गुरुवार की दोपहर आत्महत्या की नियत से चचेरी बहनों ने गंगा नदी में छलांग लगा दिया। घाट पर खड़े नाविकों की नजर पड़ी तो आनन-फानन उन्होंने नाव से पहुंचकर एक को बचा लिया, जबकि दूसरी की मौत हो गई। सूचना पर स्वजन बिलखते हुए पहुंचे, लेकिन वे घटना का कारण नहीं बता पा रहे हैं।
चंदौली के बलुवा थाना क्षेत्र के बलुआ थाना क्षेत्र के मोलना गांव निवासिनी सोनी यादव (19) पुत्री रमेश यादव एवं उसकी चचेरी बहन चंचल यादव (20) घर से निकली। सोनी चहनियां स्थित मां खंडवारी स्कूल में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी, जबकि चंचल पढ़ाई छोड़ चुकी है। स्कूल ड्रेस में सोनी निकली तो उसके साथ चंचल भी चली गई। स्कूल न जाकर दोनों न जाने क्यों नगर से चंदौली को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बने रामकरन सेतु पर पहुंची और नदी में छलांग लगा दिया। नदी में आवाज सुनकर घाट किनारे खड़े नाविक वहां पहुंचे और पहले चंचल को बाहर निकाला और घाट किनारे पहुंचाया। इस बीच सीओ अनिल कुमार, कोतवाल योगेंद्र सिंह, कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय आदि फोर्स के साथ पहुंच गए। इसके बाद सभी सोनी यादव की तलाश में जुट गए। सोनी का शव करीब एक घंटे बाद बरामद हुआ। सूचना पाकर दोनों के घरवाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां सोनी की मौत का पता चलने पर उसकी मां रेनू देवी एवं भाई रोहित का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इलाज के बाद चंचल को लेकर लोग घर ले गए और सोनी के शव को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। कोतवाल योगेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों ने ऐसा क्यों किया, घरवाले स्पष्ट बता नहीं रहे हैं।
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चौकी इंचार्ज के तत्परता से बची चंचल की जान : नाविकों ने चंचल को मृत समझकर घाट किनारे पहुंचा दिया। चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय ने पहुंचकर नब्ज टटोला तो चंचल जिंदा थी। उन्होंने उसे गोद में उठाया और गाड़ी में लादकर सीएचसी के लिए निकल गए। बीच में रेलवे क्रासिंग बंद देख उन्होंने पुन: उसे गाड़ी से निकला और रेलवे क्रासिंग के उत्तरी तरफ मौजूद पुलिस कर्मियों के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। चौकी इंचार्ज की तत्परता से चंचल की जान बच गई। उनके प्रयास की सभी सराहना कर रहे थे।
प्रेम प्रसंग हो सकता है घटना का कारण : दोनों युवतियों के गंगा नदी में छलांग लगाने के पीछे एकत्रित लोग दबी जुबान से प्रेम प्रसंग काे कारण मान रहे हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन घटना का पता चलने के बाद मोलनापुर से आए ग्रामीणों ने बताया कि घरवालों ने सोनी को काफी समझाया था। इधर उसके भाई ने बताया कि वह स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी, यहां आकर क्यों ऐसा किया, समझ से परे है।