रामजन्मोत्सव की भक्तिमय रंग में रंगी काशी, विश्वनाथ धाम से घाटों तक उमड़ा आस्था का सैलाब
अखंड रामायण पाठ, सूर्यतिलक के दर्शन और राममय रात्रि से गूंजेगा पूरा नगर, श्रद्धालु बनेंगे दिव्य क्षणों के साक्षी

रिपोर्ट: From desk
वाराणसी। भगवान व की नगरी काशी इन दिनों प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव की तैयारियों में पूरी तरह भक्ति-रस में डूबी हुई है। श्रीरामनवमी को लेकर घर-घर में पूजा-पाठ और मंदिरों में अखंड रामायण के पाठ शुरू हो चुके हैं।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में चैत्र दुर्गाष्टमी से ही श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ आरंभ हो गया है, जो रामनवमी के पावन दिन समापन की ओर पहुंचेगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर में मौजूद रहकर प्रभु श्रीराम के जीवन प्रसंगों का श्रवण कर रहे हैं।
विशेष आकर्षण के रूप में रविवार दोपहर 12 बजे अयोध्या में होने वाले प्रभु श्रीराम के सूर्यतिलक का सीधा प्रसारण श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से दिखाया जाएगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि इस आयोजन को लेकर विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि श्रद्धालु इस दुर्लभ दृश्य के साक्षी बन सकें।
सिर्फ मंदिर ही नहीं, बल्कि गंगा घाटों पर भी राममय उत्सव देखने को मिलेगा। राजेंद्र प्रसाद घाट पर रामनवमी की रात्रि ‘राममय रात’ का आयोजन होगा, जो इस बार अपने 33वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। आयोजन में काशी के प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ युवा कलाकार भी प्रभु श्रीराम की आराधना करते नजर आएंगे।
वहीं श्रीरामकृष्ण अद्वैत आश्रम में रविवार व सोमवार को सामूहिक सुंदर कांड पाठ का आयोजन होगा। संगीतमय पाठ के माध्यम से श्रद्धालु प्रभु श्रीराम की भक्ति में लीन होंगे। आश्रम अध्यक्ष स्वामी विश्वात्मानंद ने बताया कि सुंदरकांड युवाओं को जीवन में धैर्य और आदर्श की प्रेरणा देता है।
रामजन्मोत्सव के इस पावन अवसर पर काशी भक्ति, उत्साह और संस्कृति का संगम बन चुकी है, जहाँ हर गली और हर घाट पर प्रभु श्रीराम के जयघोष गूंज रहे हैं।
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