
आरिफ़ अंसारी, वाराणसी
वाराणसी, 2 सितंबर 2025: वाराणसी पुलिस ने अवैध संबंध के शक में अपने रिश्तेदार की अपहरण कर हत्या करने के मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई थाना दशाश्वमेध पुलिस और सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से की। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान विरु कुमार (25 वर्ष) और दिलीप कुमार (22 वर्ष) के रूप में हुई है, जो दोनों चौबेपुर थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
पुलिस आयुक्त वाराणसी के निर्देश पर अपराधों की रोकथाम और वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत यह सफलता हासिल हुई। सहायक पुलिस आयुक्त दशाश्वमेध डॉ० अतुल अंजान त्रिपाठी के नेतृत्व में, मुखबिर की सूचना के आधार पर दोनों अभियुक्तों को 2 सितंबर 2025 को रामचंदीपुर पुल, सारनाथ से गिरफ्तार किया गया।
मामले का विवरण—
मामला थाना दशाश्वमेध में दर्ज मुकदमा संख्या 156/2025, धारा 103(1)/61(2)(ए), 140(1), 238 बीएनएस से संबंधित है। प्रारंभिक जांच में वादी ने अपने गांव के छोटेलाल और उनकी पुत्री को नामजद किया था, लेकिन पुलिस की गहन जांच में दोनों निर्दोष पाए गए। जांच के दौरान पता चला कि अभियुक्त विरु कुमार और दिलीप कुमार ने साजिश रचकर गुमशुदा व्यक्ति का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी।
अभियुक्तों का बयान—
गिरफ्तार अभियुक्त दिलीप कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह और विरु बचपन के दोस्त हैं। करीब 15-16 महीने पहले विरु ने बताया कि उसका रिश्तेदार विशाल कुमार उसकी भाभी से अवैध संबंध रखता है। इस बात से नाराज होकर विरु ने विशाल को “निपटाने” की योजना बनाई, जिसमें दिलीप ने उसका साथ दिया।
घटना 3 अगस्त 2024 की है। दिलीप ने बताया कि विरु ने विशाल को पार्टी के बहाने बुलाया। दोनों ने मिलकर विशाल को शराब पिलाई और रात के अंधेरे में रामचंदीपुर पुल पर ले गए। वहां विरु ने विशाल को चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी और शव को गंगा नदी में फेंक दिया। विशाल का मोबाइल और हत्या में प्रयुक्त चाकू भी नदी में फेंक दिया गया।
बरामदगी और गिरफ्तारी—
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पल्सर मोटरसाइकिल (यूपी 65 बीके 0493) बरामद की है। दोनों अभियुक्तों को रामचंदीपुर पुल, सारनाथ से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस टीम—
गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार शुक्ला, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुनील कुमार गुप्ता, उपनिरीक्षक विजय कुमार चौधरी, उप निरीक्षक अनुजमणि तिवारी, अभिषेक कुमार त्रिपाठी, कांस्टेबल भूपेंद्र कुमार, राजन सिंह, देवेंद्र प्रताप सिंह, दिनेश कुमार, सचिन राव और सर्विलांस सेल के अश्वनी सिंह शामिल थे।
पुलिस आयुक्त ने इस सफलता पर टीम की सराहना की और कहा कि अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी।