वाराणसी परिक्षेत्र के डाक कर्मियों को सुकन्या समृद्धि योजना विशेष अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार
आरिफ़ अंसारी, वाराणसी

वाराणसी, 2 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश में डाक विभाग द्वारा आयोजित विशेष अभियान के तहत वाराणसी परिक्षेत्र के चार डाक कर्मियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लखनऊ में मुख्य डाक महाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश, प्रणव कुमार द्वारा पुरस्कृत किया गया। यह जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल (पीएमजी) कर्नल विनोद कुमार सिंह ने दी।
पुरस्कृत डाक कर्मियों में रविन्द्र कुमार साह, सहायक अधीक्षक, पश्चिम उपमंडल वाराणसी, अरुण प्रकाश पांडेय, बीपीएम धौरहरा चौबेपुर वाराणसी, और अमित भारती, बीपीएम करधना मिर्जामुराद वाराणसी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बचत खाता शाखा के अधिकारियों श्री परमानंद, सहायक निदेशक, और प्रकाश, सहायक को भी उनके योगदान के लिए विशेष रूप से बधाई दी गई।
कर्नल विनोद ने बताया कि इस विशेष अभियान के तहत सभी अधीक्षकों को घर-घर जाकर जागरूकता फैलाने, आशा कार्यकर्ताओं और नर्सिंग होम्स से बच्चों की जानकारी एकत्र करने, तथा सभी स्कूलों को जोड़कर 10 वर्ष तक की बच्चियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाने के निर्देश दिए गए थे। इस अभियान का उद्देश्य बच्चियों के सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करना था।
कर्नल विनोद ने कहा, “यह पुरस्कार वाराणसी परिक्षेत्र के लिए गर्व और खुशी का क्षण है। यह हमें भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करता है। सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से बच्चियों के उच्च शिक्षा जैसे मेडिकल, एमबीए, या पत्रकारिता जैसे पाठ्यक्रमों के लिए आर्थिक संसाधन जुटाने में मदद मिलती है, जिससे वे अपने सपनों को साकार कर सकें।”
उन्होंने आगे बताया कि डाक विभाग इस योजना के जरिए समाज के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है, जिससे भारत एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। कर्नल विनोद ने 10 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों के अभिभावकों से अपील की कि वे अपने नजदीकी डाकघर में जाकर अपनी बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाएँ। साथ ही, उन्होंने व्यवसायिक घरानों, सेना इकाइयों के अधिकारियों और आम जनता से अनुरोध किया कि वे एक-दूसरे को सुकन्या खाते भेंट करें, ताकि नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा मिले।
इस अभियान के तहत वाराणसी परिक्षेत्र में अब तक 2.65 लाख सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा चुके हैं, और 755 गाँवों को सुकन्या समृद्धि ग्राम घोषित किया गया है।