वाराणसी: पशुपालकों को मिली बड़ी सौगात, कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने किया टीकाकरण वाहनों का शुभारंभ
हर गांव पहुंचेगी पशुचिकित्सा सेवा, वाराणसी से चला वेटनरी वाहन बेड़ा, कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने दिखाई हरी झंडी

“हर गांव पहुंचेगी पशुचिकित्सा सेवा, वाराणसी से चला वेटनरी वाहन बेड़ा”
“खुरपका-मुंहपका पर वाराणसी से वार, मंत्री धर्मपाल सिंह ने दिखाई वेटनरी वाहनों को हरी झंडी”
“दूध उत्पादन में अग्रणी बन रहा यूपी, वाराणसी से पशुसेवा का नया अध्याय शुरू”
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां उन्होंने सर्किट हाउस परिसर से पशुपालकों के लिए बड़ी सौगात दी। मंत्री धर्मपाल सिंह ने दुधारू पशुओं में खुरपका-मुंहपका जैसी बीमारियों के रोकथाम के लिए 6 एंबुलेंस एवं 8 चारपहिया मोबाइल वेटनरी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों तक बेहतर पशु चिकित्सा सेवाएं पहुंचाने और निशुल्क टीकाकरण अभियान को गति देने के उद्देश्य से यह व्यवस्था की गई है। इन वाहनों के जरिए वेटनरी डॉक्टर घर-घर जाकर दुधारू पशुओं का इलाज और टीकाकरण करेंगे।
मंत्री धर्मपाल सिंह ने 2025-26 के छठे चरण के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बताया कि इस अभियान के अंतर्गत पशुपालकों को निशुल्क सेवा दी जाएगी ताकि संक्रामक रोगों से पशुधन की रक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों के लिए नस्ल सुधार, बछड़ों के बधियाकरण तथा अन्य रोग नियंत्रण की योजनाएं भी चलाई जा रही हैं।
धर्मपाल सिंह ने कहा कि “दुग्ध क्रांति के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश आज देश में दूध उत्पादन में सबसे अग्रणी राज्य बन चुका है। सरकार पशुपालकों को हर संभव सहयोग दे रही है, जिसमें नस्ल सुधार योजनाएं, अधिकतम अनुदान, पशु बीमा और दवा वितरण जैसी सुविधाएं शामिल हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के अनुरूप किसानों और पशुपालकों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र व राज्य सरकारें मिलकर कार्य कर रही हैं। वाराणसी में पशुपालकों को और अधिक सुविधाएं मिलें, इसके लिए टीकाकरण के साथ-साथ विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार का भी निर्देश दिया गया है।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर, वेटनरी स्टाफ सहित कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय पशुपालक भी उपस्थित रहे।