वाराणसी: बिजली कर्मियों का निजीकरण के खिलाफ विरोध, आज 1 जनवरी को मनाएंगे काला दिवस
मो० आरिफ़ अंसारी
वाराणसी। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर बिजली विभाग के कर्मी निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस क्रम में पूर्वांचल वितरण निगम के अफसर और कर्मचारी 1 जनवरी को काला दिवस मनाएंगे।
काली पट्टी बांधकर जताएंगे विरोध
कर्मचारी और अधिकारी काली पट्टी बांधकर अपने कार्यस्थलों पर कार्य करेंगे। इसके अलावा, संविदा कर्मी और अभियंता भोजनावकाश के दौरान कार्यालय के बाहर मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
संघर्ष समिति का बयान
संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि –
“हम शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन को यह भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि निजीकरण के इस प्रस्ताव से न केवल कर्मचारियों के हितों पर चोट पहुंचेगी बल्कि जनता को भी महंगी बिजली का सामना करना पड़ेगा।
प्रदर्शन की प्रमुख मांगें:
- बिजली विभाग का निजीकरण न किया जाए।
- कर्मचारियों की नौकरियों और अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
- संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए।
- बिजली उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा की जाए।
आंदोलन का अगला चरण
यदि मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया, तो समिति ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। भविष्य में हड़ताल और व्यापक प्रदर्शन की भी संभावना जताई गई है।
बिजली कर्मियों का यह विरोध प्रदर्शन निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ उनकी एकजुटता और नाराजगी को दर्शाता है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।