वाराणसी ब्रेकिंग: महाराजा सुहेलदेव स्मृति द्वार पर लिखा “राजभर” हटाने को लेकर बवाल, समाज में आक्रोश

रिपोर्ट: विशाल कन्नौजिया।
वाराणसी, सारनाथ। वाराणसी में महाराजा सुहेलदेव स्मृति द्वार पर जातिसूचक शब्द “राजभर” हटाए जाने को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। शनिवार को बड़ी संख्या में राजभर समाज के लोगों ने द्वार पर प्रदर्शन किया और शरारती तत्वों की गिरफ्तारी की मांग की।
जानकारी के अनुसार, स्मृति द्वार पर लिखे “महाराजा सुहेलदेव राजभर” नाम से किसी ने छेड़छाड़ करते हुए “राजभर” शब्द हटा दिया, जिसके बाद समाज में नाराजगी फैल गई। घटना की खबर मिलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग स्मृति द्वार पर एकत्र हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
राजभर समाज का कहना है कि यह उनकी अस्मिता पर सीधा हमला है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यह काम जातीय विद्वेष फैलाने की मंशा से किया गया है। वहीं, क्षत्रिय समाज महाराजा सुहेलदेव को क्षत्रिय मानता है और “राजभर” जोड़ने का लगातार विरोध करता रहा है।
गौरतलब है कि इस स्मृति द्वार का उद्घाटन 10 मई को प्रदेश सरकार में मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने किया था। उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद यह विवाद खड़ा हो गया है।
मौके पर सारनाथ थाने की पुलिस टीम तैनात रही और स्थिति को नियंत्रण में लिया गया।