
रिपोर्ट: श्रुति
वाराणसी कमिश्नरेट के यातायात पुलिस लाइन सभागार में विशेष किशोर पुलिस इकाई और थाना एएचटी की मासिक समीक्षा गोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक का नेतृत्व अपर पुलिस उपायुक्त (महिला अपराध) के निर्देशन में किया गया।
गोष्ठी में वूमेन पावर लाइन 1090, बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई, यूनिसेफ, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, साइबर थाना, साइबर सेल, यातायात पुलिस सहित विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
महिला और बाल सुरक्षा पर विस्तृत चर्चा
बैठक में महिला व बाल सुरक्षा संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुपालन, अनुसंधान एवं अभियोजन की प्रगति, बाल कल्याण अधिकारियों द्वारा सामना की जा रही चुनौतियों, पाक्सो एक्ट के तहत मामलों की विवेचना और आरोप पत्र दाखिल करने की समय-सीमा पर चर्चा की गई।
इसके अलावा, रानी लक्ष्मीबाई अनुदान योजना, बाल श्रम और भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान से जुड़े मुद्दों पर भी मंथन किया गया। वाराणसी कमिश्नरेट में गुमशुदा बच्चों के पंजीकृत और लंबित मामलों पर भी चर्चा हुई और अधिकारियों को इन मामलों को शीघ्र हल करने के निर्देश दिए गए।
बाल अधिकार और न्याय प्रणाली पर प्रशिक्षण
समीक्षा गोष्ठी में पॉक्सो एक्ट 2012, किशोर न्याय अधिनियम 2015 और आदर्श नियमावली 2020 के अनुपालन को लेकर अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। विशेष रूप से जे.जे. एक्ट की धारा 94 के तहत बच्चों की आय निर्धारण की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की गई और इसके प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए।
नशा मुक्ति और भिक्षावृत्ति उन्मूलन पर सख्त कदम
बैठक में नशा मुक्ति अभियान, बाल श्रम और भिक्षावृत्ति उन्मूलन के लिए विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय को मजबूत करने पर जोर दिया गया। साथ ही, इन अभियानों को प्रभावी बनाने के लिए एक संयुक्त कार्ययोजना तैयार करने पर चर्चा की गई।
महिलाओं के लिए सुरक्षित शहर परियोजना
वूमेन पावर लाइन 1090 की मास्टर ट्रेनर और न्यायिक परामर्शदाता श्रीमती पल्लवी बरगोंहाई ने “सुरक्षित शहर परियोजना” की जानकारी दी, जिसका उद्देश्य महिलाओं को एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण प्रदान करना है। इसके अंतर्गत लैंगिक संवेदनशीलता, यौन उत्पीड़न से सुरक्षा उपायों, महिला सुरक्षा में IT के बेहतर उपयोग पर जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
संवेदनशील मामलों में त्वरित कार्रवाई के निर्देश
बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को महिला और बाल अपराध से जुड़े मामलों को गंभीरता से लेने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करें।
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की यह बैठक महिला और बाल सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई। इसमें समाज के कमजोर वर्गों की सुरक्षा, महिला अपराधों की रोकथाम और गुमशुदा बच्चों की बरामदगी को लेकर ठोस रणनीतियों पर चर्चा हुई।
पुलिस प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को कड़े निर्देश दिए कि वे इस अभियान को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लागू करें और अपराध मुक्त समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।
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