Varanasi

वाराणसी में जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस की धूम, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ बना आकर्षण का केंद्र

नटराज के शहर में नटवर के जन्मोत्सव की धूम, बाजारों में रौनक, 'ऑपरेशन सिंदूर' की झलक ने सबका मन मोहा

अजय त्रिपाठी, वाराणसी 

 

वाराणसी, उत्तर प्रदेश: नटराज की नगरी काशी में इन दिनों धार्मिक और देशभक्ति के रंग एक साथ देखने को मिल रहे हैं। एक ओर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियों ने शहर को उल्लास और भक्ति में सराबोर कर रखा है, तो वहीं दूसरी ओर स्वतंत्रता दिवस की पर आयोजित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की झलकियों ने लोगों को गौरव और उत्साह से भर दिया है।

नटवर के जन्मोत्सव की तैयारियाँ जोरों पर

शहर भर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। घर-घर में लड्डू गोपाल के लिए नये वस्त्र, झूले, बांसुरी, मुकुट, मोरपंख और श्रृंगार की वस्तुएँ खरीदी जा रही हैं। महिलाएँ मंदिरों और घरों में सजावट में व्यस्त हैं, जबकि बच्चे कान्हा की पोशाक में झाँकियों की रिहर्सल कर रहे हैं।

 

बाजारों में श्रीकृष्ण से जुड़ी वस्तुओं की खूब बिक्री हो रही है। दुकानदारों ने खासतौर पर इस अवसर के लिए रंग-बिरंगी लाइटिंग, फूलों की सजावट और झाँकियों की विशेष रेंज उपलब्ध करवाई है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ बना स्वतंत्रता दिवस का आकर्षण

इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वाराणसी में विशेष आयोजन किया गया, जिसका मुख्य आकर्षण रहा — ऑपरेशन सिंदूर की झलक। इस सैन्य ऑपरेशन को झाँकी के रूप में प्रदर्शित किया गया, जिसने देशभक्ति की भावना को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा दिया।

दुकानदारों और स्थानीय आयोजकों ने जन्माष्टमी की झाँकियों के साथ इस बार देशभक्ति को भी जोड़ा, जिससे दोनों पर्व एक साथ मनाए जा रहे हैं।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आधारित झाँकी में भारतीय सेना के शौर्य, बलिदान और रणनीति को दर्शाया गया, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया। इस झाँकी को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी और बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने इसका भरपूर आनंद उठाया।

जन-जन में उमंग, एक साथ धर्म और देशभक्ति का संगम

इस अद्भुत संगम ने वाराणसी की सड़कों, गलियों और मंदिरों को भक्ति व देशप्रेम की भावना से भर दिया है। जहाँ एक ओर नंद के आनंद भवन में लड्डू गोपाल के जन्म की तैयारी हो रही है, वहीं दूसरी ओर हर घर पर तिरंगा लहराने को तैयार है।

शहर के लोगों ने इस अद्वितीय अवसर को मिलकर एक त्योहार का रूप दे दिया है, जिसमें धर्म, संस्कृति और देशभक्ति का सुंदर समावेश देखने को मिल रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button