
वाराणसी, 26 अगस्त 2025: वाराणसी पुलिस ने बच्चा चोरी के एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए एक अभियुक्त और दो बाल अपचारियों को गिरफ्तार किया है। सिगरा थाना पुलिस ने कैन्ट रेलवे स्टेशन के पास 25 अगस्त 2025 को अभियान चलाकर 2 वर्ष 6 माह के अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और उसे परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में मुकदमा संख्या 303/2025, धारा 304(2), 317(2) बीएनएस के तहत थाना सिगरा में मामला दर्ज है, और आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस आयुक्त के निर्देश पर काशी जोन पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन और सहायक पुलिस आयुक्त चेतगंज के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक सिगरा संजय कुमार मिश्र के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।
मिर्जापुर की मूल निवासी और वर्तमान में छित्तुपुर, थाना लंका, वाराणसी में किराए के मकान में रहने वाली एक महिला ने 20 अगस्त 2025 को थाना सिगरा में शिकायत दर्ज की थी। शिकायत के अनुसार, 18 अगस्त 2025 को शाम करीब 5 बजे वह अपने 2 वर्ष 6 माह के बेटे के साथ शास्त्रीनगर पार्क में थी। बच्चा पार्क में खेल रहा था, लेकिन अचानक गायब हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी बच्चा नहीं मिला, जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त आदर्श (31 वर्ष, लकपेडा बाग, बाराबंकी) और दो बाल अपचारियों (17 और 13 वर्ष) से पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ। बाल अपचारियों ने बताया कि आदर्श, जो उनके फूफा हैं, ने उन्हें बच्चा चुराने के लिए उकसाया और पैसे का लालच दिया। आदर्श ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने बच्चे को बेचकर पैसे कमाने की योजना बनाई थी ताकि अपनी जरूरतें पूरी कर सके। उसने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी।
पुलिस ने अपहृत बच्चे (2 वर्ष 6 माह) को सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। गिरफ्तारी कैन्ट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 9 के पीछे मैदान में की गई।
इस कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार मिश्र, उपनिरीक्षक सत्यदेव, विकल शाण्डिल्य, पुष्कर दूबे, महिला उपनिरीक्षक कुसुम जायसवाल, हेड कांस्टेबल प्रेम कुमार द्विवेदी, कांस्टेबल मृत्युंजय सिंह, नीरज मौर्या और वीरेंद्र कुमार शामिल थे।
पुलिस आयुक्त ने इस त्वरित कार्रवाई के लिए सिगरा थाना पुलिस की सराहना की और जनता से अपील की कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।