वाराणसी में बजरंगबली के जाति प्रमाण पत्र की मांग पर समाजवादी लोहिया वाहिनी का प्रदर्शन, कहा- ‘बजरंगबली हैं राष्ट्र के, नहीं किसी के कास्ट के’
Neeraj Singh, Varanasi
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वाराणसी, 31 दिसंबर 2024 – उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर द्वारा बजरंगबली को राजभर समाज का कहे जाने पर समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने आज वाराणसी के जिला मुख्यालय पर जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया।
‘बजरंगबली हैं राष्ट्र के, ना किसी कास्ट के” के लगे नारे
समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान हाथों में तख्तियां लेकर ‘बजरंगबली हैं राष्ट्र के, ना किसी कास्ट के’, ‘पहले राष्ट्र फिर कास्ट’ और ‘ओमप्रकाश राजभर होश में आओ’ जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने मंत्री के बयान को सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला और समाज को बांटने वाला बताया।
जातीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन का अनोखा तरीका-
प्रदर्शनकारियों ने बजरंगबली के लिए जातीय प्रमाण पत्र बनवाने का फॉर्म भी भरा। फॉर्म में बजरंगबली के पिता का नाम वनराज केसरी, माता का नाम अंजनी देवी और पता संकट मोचन, साकेत नगर, थाना लंका, वाराणसी जाति सर्व धर्म दर्ज किया गया। उन्होंने प्रशासन से इस फॉर्म को स्वीकृत करने की मांग की।
लोहिया वाहिनी के नेताओं का बयान-
कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा ने कहा कि-
“बजरंगबली राष्ट्र के पूज्य देवता हैं, उन्हें किसी जाति या समुदाय से जोड़ना अशोभनीय है। ओमप्रकाश राजभर का बयान देश के सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करने वाला है। अगर इस तरह की बयानबाजी जारी रही, तो हम और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता और कार्यकर्ता-
प्रदर्शन में मनोज यादव (गोलू), आशीष यादव (बाबा), संदीप यादव (लालू), सौरभ यादव (बेटू), अरमान हाशमी, रतनलाल सोहबतिया, वीरेंद्र मौर्य, बबल यादव, राजीव कनौजिया, संतोष पहलवान और संजय यादव सहित कई अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि मंत्री ओमप्रकाश राजभर अपने बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। प्रशासन ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।