वाराणसी में बाढ़ का कहर: फसलें डूबीं, घरों में घुसा पानी, ग्रामीण बेहाल!

रिपोर्ट: विशाल कुमार।
वाराणसी (चिरईगांव)। चिरईगांव विकासखंड के अंतर्गत शिवदशा गंगवार बड़ापुरा गांव में लगातार बढ़ते जलस्तर ने बाढ़ जैसी विकराल स्थिति उत्पन्न कर दी है। गांव के कई घरों में पानी घुस चुका है, वहीं खेतों में खड़ी हरी चारा, बाजरा, धान, चरी और सब्जियों की फसलें पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं, जिससे किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया है।
ग्रामीण हरिहर विश्वकर्मा, दशरथ यादव, विकास यादव, कल्लू यादव, मेवा यादव, अशोक यादव, संतोष यादव, सिरजू यादव और राजू शर्मा ने बताया कि घरों में पानी घुसने से रहने की स्थिति दयनीय हो गई है और खेतों की पूरी फसल तबाह हो चुकी है। उनका कहना है कि यदि जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा तो स्थिति और भयावह हो सकती है।
गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाला रास्ता भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। कीचड़ और जलभराव के कारण इस मार्ग पर आवाजाही बेहद जोखिमपूर्ण हो गई है, खासकर स्कूली बच्चों और वृद्धजनों के लिए यह मार्ग जानलेवा साबित हो रहा है।
गांव की स्थिति का जायजा लेने के लिए ग्राम प्रधान किरण यादव और लेखपाल श्याम नंद सागर मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हालात पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
वहीं, ग्रामीण दीपक कुमार ने आशंका जताई कि अगर वर्षा और जलस्तर में इसी तरह वृद्धि होती रही, तो गांव पूरी तरह चारों ओर से जलमग्न हो सकता है। उन्होंने चेताया कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह जलजमाव न केवल स्वास्थ्य संकट को जन्म देगा, बल्कि ग्रामीणों के पलायन की नौबत भी आ सकती है।
ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर शुरू किया जाए तथा समस्या के स्थायी समाधान हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएं।