विद्यालय से निकली शिक्षा की अलख: चिरईगांव में निकाली गई जागरूकता रैली
निपुण भारत मिशन के तहत स्कूल चलो अभियान में छात्रों और शिक्षकों ने लिया उत्साह से भाग

ख़बर: विशाल कुमार।
~ आधी रोटी खाएँगे स्कूल जरूर जाएँगे सोनबरसा में निकली शिक्षा जागरूकता रैली
~ विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों ने पूरे गाँव में किया जागरूकता प्रसार
चिरईगांव, वाराणसी। कंपोजिट विद्यालय सोनबरसा में “स्कूल चलो अभियान” के अंतर्गत शिक्षा के प्रति जनजागरूकता फैलाने हेतु एक भव्य रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में विद्यालय के बच्चों के साथ-साथ समस्त शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विभिन्न बस्तियों में घूमकर ग्रामीणों को शिक्षा के महत्व से अवगत कराया।
हरी झंडी दिखाकर हुआ रैली का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सविता सक्सेना एवं शिक्षक अवनीश पाठक द्वारा हरी झंडी दिखाकर की गई। रैली विद्यालय परिसर से प्रारंभ होकर सोनबरसा बाजार, राजभर बस्ती, हरिजन बस्ती, और चुकहा गाँव होते हुए पुनः विद्यालय परिसर में समाप्त हुई।
नारों से गूंज उठी गलियां
छात्रों ने “आधी रोटी खाएँगे, स्कूल जरूर जाएँगे”, “शिक्षा है सबका अधिकार” और “हम सब ने यह ठाना है, स्कूल जरूर जाना है” जैसे प्रेरणादायक नारों के माध्यम से ग्रामीणों में शिक्षा के प्रति जागरूकता जगाई। बच्चे तख्तियाँ और बैनर लेकर बड़ी ऊर्जा के साथ गाँव-गाँव घूमते नज़र आए।
शिक्षकों और छात्रों की रही विशेष भागीदारी
इस रैली में अवनीश पाठक, प्रीति शुक्ला, आरती, पल्लवी, लीलावती देवी, आशा, सुधा, नीलम समेत विद्यालय के अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्रों की सक्रिय भागीदारी सराहनीय रही। सभी ने एक स्वर में शिक्षा के प्रचार-प्रसार की महत्ता पर बल दिया।
निपुण भारत मिशन की ओर एक कदम
यह रैली निपुण भारत मिशन के तहत शिक्षा के प्रचार-प्रसार और बच्चों के शत-प्रतिशत नामांकन को प्रोत्साहित करने हेतु एक सार्थक पहल रही। स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस अभियान की सराहना की और अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के संकल्प को दोहराया।
यह आयोजन न केवल शिक्षा की चेतना को ग्रामीण अंचलों तक पहुंचाने में सफल रहा, बल्कि विद्यालय और समुदाय के बीच सहयोग की एक मिसाल भी बना।