Ghazipur

वेतन रोका तो लेखपालों ने खोला मोर्चा: समय से वेतन न मिलने पर लेखपालों ने चेताया, एक हफ्ते में समाधान न हुआ तो होगा आंदोलन

सैदपुर में लेखपाल संघ की बैठक, वेतन में अनियमितता व अवैध वसूली पर जताया विरोध, उप जिलाधिकारी से मिलकर सौंपा ज्ञापन

लेखपाल संघ की प्रमुख मांगें

1. समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
2. गलत मंशा से रोके गए वेतन पर तत्काल रोक लगे।
3. हल्का वितरण में पारदर्शिता लाई जाए।
4. बिना हल्का वेतन पाने वाले लेखपालों की जांच कर कार्रवाई हो।
5. शासन की 2025 स्थानांतरण नीति का पालन हो।
6. लेखपालों से हो रही अवैध वसूली पर रोक लगाई जाए।

 

आकाश पाण्डेय, गाज़ीपुर

 

गाजीपुर। तहसील सैदपुर में कार्यरत लेखपालों की समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की उपशाखा सैदपुर की कार्यकारिणी की आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक में लेखपालों ने वेतन में लगातार हो रही देरी, अवैध वसूली, हल्का वितरण में अनियमितता और स्थानांतरण नीति के उल्लंघन को लेकर गंभीर रोष जताया।

लेखपाल संघ द्वारा उपजिलाधिकारी एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को दिए गए पत्र में कहा गया है कि मई माह का वेतन 28 जून को, जून माह का वेतन 18 जुलाई को मिला, जबकि जुलाई का वेतन 18 अगस्त तक भी जारी नहीं किया गया। इससे रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण पर्व बिना वेतन के बीते। संघ ने मांग की कि लेट वेतन से होने वाले लोन पेनल्टी और वित्तीय नुकसान की जिम्मेदारी तय कर वसूली की जाए।

लेखपाल संघ अध्यक्ष राहुल मौर्या ने यह भी आरोप लगाया कि हर माह कुछ लेखपालों का वेतन गलत मंशा से रोका जाता है और उसके एवज में विभिन्न स्तरों पर अवैध वसूली की जाती है। न तो वेतन रोकने से पहले कोई लिखित आदेश दिया जाता है और न ही स्पष्टीकरण लिया जाता है।

पत्र में कहा गया है कि तहसील में हल्कों का वितरण मनमाने तरीके से किया गया है। अप्रैल और जुलाई 2025 में इस संबंध में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं, कुछ लेखपालों को अवैध लाभ लेकर बिना हल्का के वेतन दिए जाने का भी आरोप लगाया गया।

लेखपाल संघ ने शासन की 2025 की स्थानांतरण नीति के उल्लंघन का मुद्दा भी उठाया। संघ ने कहा कि नियमों के अनुसार तीन वर्ष की सेवा पूरी होने पर स्थानांतरण होना चाहिए, लेकिन तहसील स्तर पर मनमानी कर नीति का पालन नहीं किया गया।

संघ ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो संगठन कठोर कदम उठाने को बाध्य होगा और उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ सैदपुर की बैठक में अध्यक्ष राहुल मौर्या, मंत्री परमानन्द मौर्या, कोषाध्यक्ष जया सिंह, ऑडिटर बृजेश दूबे एवं संगठन मंत्री अमित कुमार सहित लगभग 40 सदस्य उपस्थित रहे।

 

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