सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का शुभारंभ, कुलपति ने दिलाई शपथ और किया परिसर की सफाई
हृदय नारायण पाण्डेय
~ स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” के विषय वस्तु पर स्वच्छता ही सेवा अभियान का कुलपति ने किया शुभारंभ
~ शपथ दिलाकर कुलपति सहित आचार्यों ने सम्पूर्ण परिसर में झाड़ू लगाकर अभियान को गतिमान किया
~ स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है- कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा
वाराणसी: सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा ने आज ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान के दौरान कुलपति सहित विश्वविद्यालय के आचार्यों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने परिसर में स्वच्छता का संकल्प लिया और झाड़ू लगाकर अभियान को गति दी।
इस अभियान का मुख्य विषय “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” रखा गया है, जिसका उद्देश्य न केवल शारीरिक स्वच्छता को बढ़ावा देना है, बल्कि समाज में स्वच्छ सोच और आदर्श जीवन शैली को अपनाने की प्रेरणा देना भी है।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा, “स्वच्छता एक अच्छी आदत है और यह आदत हर व्यक्ति को अपनानी चाहिए। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है, और इसी के मद्देनजर हमारे प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान शुरू किया है। यह केवल सरकार का काम नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने कहा कि स्वच्छता का महत्व हमारे शास्त्रों में भी बताया गया है, और स्वच्छ वातावरण में स्वच्छ विचारों का विकास होता है। यह अभियान 2 अक्टूबर तक निरंतर चलेगा, जिसमें विभिन्न स्वच्छता से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
कुलपति प्रो. शर्मा ने उपस्थित सभी आचार्यों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। शपथ के दौरान उन्होंने सभी को अपने घर, परिसर और समाज में स्वच्छता बनाए रखने और इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “मैं अपने समाज में स्वच्छता के लिए कार्य करूंगा और इसके प्रति जागरूकता फैलाऊंगा।”
स्वच्छता अभियान के इस शुभारंभ कार्यक्रम में प्रो० यशवीर सिंह, प्रो० हरिशंकर पाण्डेय, प्रो० जितेन्द्र कुमार, प्रो० हरिप्रसाद अधिकारी, प्रो० अमित कुमार शुक्ल, प्रो० विधु द्विवेदी, प्रो० महेंद्र पाण्डेय, प्रो० विजय कुमार पाण्डेय, प्रो० शैलेश कुमार मिश्र, डॉ० पद्माकर, डॉ० सत्येन्द्र कुमार, प्रभु नाथ यादव, डॉ० विजय कुमार शर्मा, जेई पीयूष पाणि मिश्र, सुशील कुमार तिवारी, संजय कुमार तिवारी, गोविंद त्रिपाठी, संजय कुमार मिश्र, अजय कुमार पाण्डेय सहित अन्य आचार्यों और कर्मचारियों ने झाड़ू लगाकर अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई।
इस अभियान का उद्देश्य न केवल विश्वविद्यालय परिसर को स्वच्छ बनाना है, बल्कि समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना और नागरिकों को इस अभियान से जोड़कर सामूहिक कार्यों को प्रोत्साहित करना है।