सैदपुर में झूला झूलने के विवाद में दलित युवकों पर बर्बर हमला, 9 नामजद समेत 8-10 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज

ख़बर भारत: आकाश पाण्डेय
सैदपुर (गाजीपुर)। थानाक्षेत्र के मिर्जापुर के सरैयां गांव में मंगलवार को नाग पंचमी के पर्व के दौरान झूला झूलने को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इस घटना में गांव के मनबढ़ों ने दलित बस्ती के दो युवकों पर लाठी-डंडों और मुक्कों से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायलों में विशाल कुमार पुत्र गुड्डू राम के सिर में गंभीर चोटें आईं, जबकि 21 वर्षीय साहिल पुत्र अमरजीत भी बुरी तरह जख्मी हुए। पीड़ितों ने गांव के प्रधान और उनके समर्थकों पर जातिसूचक गालियां देने और मारपीट का आरोप लगाया है। इस मामले में बुधवार दोपहर थाने में 9 नामजद और 8-10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पीड़ित विशाल कुमार ने तहरीर में बताया कि मंगलवार को नाग पंचमी के अवसर पर गांव में झूला झूलने की परंपरा के तहत वह और अन्य युवक झूला झूल रहे थे। इस दौरान गांव के कुछ मनबढ़ों को उनका झूला झूलना पसंद नहीं आया। विशाल के अनुसार, गांव के प्रधान रजई यादव ने उन्हें ललकारा और फिर अपने पुत्र अखिलेश यादव, आनंद यादव, अंकित यादव, अनिकेत यादव, लकी यादव, अभिषेक विश्वकर्मा, विभु यादव, राधेश्याम कश्यप और 8-10 अन्य लोगों के साथ मिलकर उन पर हमला बोल दिया। आरोपियों ने लाठी-डंडों और मुक्कों से विशाल और साहिल की पिटाई की, साथ ही जातिसूचक गालियां दीं। इस हमले में विशाल के सिर में गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। साहिल को भी चोटें आईं, लेकिन उनकी स्थिति विशाल की तुलना में कम गंभीर बताई गई।
ग्रामीणों का थाने पर प्रदर्शन
घटना की सूचना मिलते ही मंगलवार देर रात करीब 11 बजे दलित बस्ती के दर्जनों लोग, जिनमें महिलाएं और पुरुष शामिल थे, सैदपुर थाने पहुंचे। उन्होंने प्रधान और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान सीओ ने उनकी शिकायत सुनी और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। हालांकि, उस समय तहरीर नहीं दी गई। बुधवार सुबह गुस्साए ग्रामीणों ने रावल मोड़ पर नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज किया। इसके बाद पीड़ित विशाल ने बुधवार दोपहर 2 बजे थाने में लिखित तहरीर देकर 9 नामजद और 8-10 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई
सैदपुर थाने के कोतवाल योगेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर एससी/एसटी एक्ट सहित मारपीट और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। कोतवाल ने यह भी बताया कि घायल विशाल का इलाज अस्पताल में चल रहा है और उनकी स्थिति की निगरानी की जा रही है।
गांव में तनाव का माहौल
इस घटना के बाद सरैयां गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाती हैं। दलित बस्ती के लोग इस हमले को सुनियोजित मान रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने गांव में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की बात कही है।
यह घटना सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारे पर सवाल उठाती है। झूला झूलने जैसे छोटे विवाद का हिंसक रूप लेना और जातिसूचक गालियों का इस्तेमाल समाज में गहरे बैठे पूर्वाग्रहों को उजागर करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और इस मामले में निष्पक्ष जांच से ही पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद है। फिलहाल, पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और गांव में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।