पुलिस उपायुक्त गोमती ज़ोन द्वारा “मिशन शक्ति फेज-5” के अंतर्गत शिवकुमारी बालिका इण्टर कॉलेज पिण्डरा में जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
मनीष कुमार
वाराणसी (पिण्डरा): उत्तर प्रदेश शासन के ‘मिशन शक्ति फेज-5’ के अंतर्गत, पुलिस उपायुक्त गोमती ज़ोन, प्रमोद कुमार ने शिवकुमारी बालिका इण्टर कॉलेज में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से बच्चों और महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए समर्पित था।
इस जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और समाज में उन्हें सुरक्षित रखने के उपायों पर प्रकाश डालना था। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि ऐसी पहलों से न केवल ज्ञानवर्धन होता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी आता है।
कार्यक्रम के दौरान, पुलिस उपायुक्त प्रमोद कुमार ने विद्यार्थियों से खुलकर बातचीत की। उन्होंने घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, लैंगिक उत्पीड़न, बाल विवाह जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा की। बच्चों को ‘गुड टच-बैड टच’ के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई, ताकि वे किसी भी प्रकार की समस्या के मामले में अपने अभिभावकों या पुलिस से सहायता मांग सकें।
पुलिस उपायुक्त ने उपस्थित सभी विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण हेल्पलाइनों की जानकारी दी, जिससे वे जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद प्राप्त कर सकें। इन हेल्पलाइनों में शामिल हैं:
– वीमेन पावर लाइन (1090): महिलाओं के लिए सहायता।
– पुलिस आपातकालीन सेवा (112): तात्कालिक सहायता के लिए।
– चाइल्ड हेल्पलाइन (1098): बच्चों के लिए सुरक्षा और सहायता।
– साइबर हेल्पलाइन (155260): ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मदद।
कार्यक्रम का समापन करते हुए पुलिस उपायुक्त ने कहा, “हम सभी को मिलकर काम करना होगा ताकि हम एक ऐसा समाज बना सकें जहाँ हर व्यक्ति सुरक्षित महसूस करे। ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आगे भी आयोजित किए जाएंगे।” उन्होंने सभी छात्रों और शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए यह भी बताया कि इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने अधिकारों के प्रति सजग बनते हैं।
इस आयोजन ने न केवल ज्ञानवर्धन किया, बल्कि विद्यार्थियों में सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का भाव भी जागृत किया। ‘मिशन शक्ति’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे एक समर्पित और सशक्त समाज का निर्माण संभव होगा।