
रिपोर्ट: अंकित मिश्रा
गाज़ीपुर (खानपुर)। उचौरी स्थित मलहिया बगीचे में कुछ दिन पहले हुए डबल मर्डर केस में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मृतकों की पहचान चिलौना कला निवासी अनुराग सिंह और अमन चौहान के रूप में हुई थी, जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अनुराग के चाचा शैलेंद्र सिंह की तहरीर पर तीन नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इनमें से दो को पहले ही पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था। अब, रविवार को बेलहरी पतरही जौनपुर-गाजीपुर सीमा पर चेकिंग अभियान के दौरान दो संदिग्ध युवकों को भागते हुए पुलिस ने धर दबोचा।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में अपना नाम आफताब उर्फ गुडडू (50) और इसरार (58) बताया। दोनों ने स्वीकार किया कि वे मलहिया बगीचे हत्याकांड में सह-अभियुक्त हैं और पुलिस से बचने की कोशिश कर रहे थे। थानाध्यक्ष प्रवीण यादव के अनुसार, दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
लेकिन बड़ा सवाल अब भी बरकरार है — क्या इन गिरफ्तारियों के बाद भी पुलिस इस केस को ‘सुलझा हुआ’ मान लेगी? क्योंकि सूत्रों के मुताबिक, इस दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी साहिल अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। ऐसे में पुलिस की सक्रियता पर सवाल उठना लाज़िमी है — क्या साहिल को बचाया जा रहा है, या फिर पुलिस उसकी गिरफ्तारी में सक्षम नहीं?
एक के बाद एक गिरफ्तारियां हो रही हैं, लेकिन जिस सिर की तलाश है वो अब भी धुंध में है।