9 साल बाद न्याय की आस में पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे पीड़ित, पुलिस पर रिश्वत लेकर आरोपी को छोड़ने का आरोप
कपसेठी थाना क्षेत्र में 2016 में हुए सड़क हादसे में बेटे की मौत के बाद अब तक नहीं मिली न्याय की उम्मीद, कोर्ट ने पुलिस से 15 मई तक मांगी चार्जशीट

रिपोर्ट: वीरेंद्र पटेल
वाराणसी। न्याय की आस में 9 साल बाद एक बार फिर एक बुजुर्ग पिता अपने अधिवक्ता के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचा। यह मामला कपसेठी थाना क्षेत्र का है, जहां 2016 में एक सड़क हादसे में पीड़ित बेचू यादव के बेटे की मौत हो गई थी।
बेचू यादव का आरोप है कि हादसे के तुरंत बाद पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में लिया था, लेकिन कथित रूप से 20,000 रुपये की रिश्वत लेकर उसे छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस की लापरवाही के चलते आज तक इस मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है।
पीड़ित ने बताया कि पुलिस कार्रवाई न होते देख उन्होंने न्यायालय का रुख किया, जिसके बाद कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए वाराणसी के कपसेठी पुलिस को निर्देश दिया है कि 15 मई तक केस डायरी और चार्जशीट अदालत में प्रस्तुत की जाए।
बेचू यादव के अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह ने बताया कि “पुलिस की सुस्ती और भ्रष्ट रवैये के कारण पीड़ित को 9 साल बाद भी न्याय नहीं मिल सका है। यह प्रशासन की गंभीर विफलता को दर्शाता है।”
मामले में अब कोर्ट की सख्ती के बाद उम्मीद की जा रही है कि जांच प्रक्रिया में गति आएगी और पीड़ित को न्याय मिल सकेगा।