सैदपुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली से हो रही है बालू की सप्लाई, आखिर क्या है मजबूरी जो सैदपुर पुलिस नहीं कर पा रही है कार्यवाही
आकाश पाण्डेय ।। ख़बर भारत लाइव
~ सैदपुर में बालू का अवैध धंधा जोरों पर: पुलिस के नाम पर हो रही है ट्रैक्टरों से वसूली
~ बिना नंबर के ट्रैक्टर अवैध ट्राली लगाकर कर रहें है बालू की सप्लाई
~ 100 में से 90 ट्रैक्टर बिना नंबर प्लेट के कर रहे हैं बालू की ढूवाई
~ नाबालिक, मजदूर चला रहे हैं ट्रैक्टर, जिससे आये दिन हो रही है दुर्घटना
~ किसी भी दशा में ट्रैक्टर में ट्रॉली लगा कर इस्तेमाल नही किया जा सकता
~ “कृषि कार्य के अलावा न ही ट्रैक्टर का व्यावसायिक उपयोग, पुलिस करे कार्यवाही” – उच्च न्यायालय
आकाश पांडेय ।। ख़बर भारत
सैदपुर (ग़ाज़ीपुर)। चन्दौली के बलुआ थाना क्षेत्र के तिरगांवा – सैदपुर पुल के पास ओवरलोड बालू लदे बोगा ट्राली युक्त ट्रैक्टरों का स्टैंड लगाकर बालू की आपूर्ति सैदपुर के रास्ते पूरे गाजीपुर में की जाती है। इन ट्रैक्टरों से अक्सर दुर्घटना की शिकायत आती रहती है। चंदौली-सैदपुर गंगा पुल से जिले में करोड़ों रुपयों के अवैध धंधों और उनसे पुलिस के नाम पर वसूली का प्रमुख केंद्र बन गया है। जिससे दिनदहाड़े खुलेआम प्रतिदिन बिहार से अवैध तरीके से सैकड़ों ट्रैक्टर वाहन लाल बालू लेकर, सैदपुर पहुंच रहे हैं। जिनसे कुछ लोगों द्वारा पुल पर खुलेआम कुर्सी लगाकर प्रतिदिन हजारों रुपए की वसूली होती है।
बिना नंबर के ट्रैक्टरों की लाल बालू लादे ट्राली बे रोक-टोक के पुल से सैदपुर में प्रवेश कर रहे हैं, हैरत की बात यह है कि इसमे से ज्यादातर चालक या तो नाबालिग होते है या मजदूर जिनके पास ट्रैक्टर चलाने का कोई लाइसेंस नहीं होता। ऐसे तमाम शिकायतों के बाद भी स्थानीय पुलिस देख कर भी अनदेखा कर रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार उन्होंने कई बिना नंबर की ट्रैक्टर ट्राली जिसको नाबालिक चालक द्वारा क्षेत्र में खतरनाक तरीके से चलाने पर उसको रोक कर सैदपुर पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस कार्यवाही के नाम पर कुछ नही करती।
माननीय उच्च न्यायालय ने कहा कि पंजीकृत ट्रैक्टर-ट्राली का उपयोग गैर कृषि कार्यों के लिए किया जाना केंद्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 एवं उत्तर प्रदेश मोटरयान कराधान अधिनियम 1998 का उल्लघंन है। समय-समय पर परिवहन विभाग द्वारा भी यह बताया जाता है कि ट्रैक्टर-ट्राली को अनावश्यक रूप से मुख्य मार्गों पर न चलाया जाए, लेकिन इन आदेश का कहीं अनुपालन नहीं हो रहा है। ट्रैक्टरों में अवैध ट्राली लगा कर उसका व्यावसायिक उपयोग किया जाता है लेकिन उसको रोकने के लिए पुलिस, खनन विभाग व परिवहन विभाग किसी तरह का कोई प्रयास करता नही दिख रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतिदिन 200 से 250 ट्रैक्टर अवैध ट्राली लगा कर बालू लादकर जनपद में प्रवेश करते हैं लेकिन चालान एक का भी नहीं होता।
ऐसे में सैदपुर पुलिस पर क्यों न उठे उंगली, जब अवैध मिट्टी का खनन, अवैध तरीके से बालू लादकर लाते ट्रैक्टर, जिसमे नंबर भी नही होता और ड्राइवर नाबालिग या मजदूर होता है, अब देखना है कि आगे भी कोई कार्यवाही होती है या सैदपुर पुलिस की विशेष कृपा ऐसे ही बरसती रहेगी।