पैसे के लालच में चली गई थानाध्यक्ष की कुर्सी, खबर भारत पर चली खबर का असर, निलंबित हुए सादात थाना प्रभारी
आकाश पाण्डेय, ब्यूरो चीफ, गाज़ीपुर
गाजीपुर। पुलिस अधीक्षक ईरज राजा ने सादात थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।सादात थाना प्रभारी संतोष कुमार राय को कार्यों मे लापरवाही पर एसपी ने सस्पेंड किया है। बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते हुए सत्यम हत्याकांड में 7 निर्दोष लोगों को डर धमका कर धनउगाही का प्रयास व एक अन्य प्रकरण में हत्या के प्रयास के एक मामले मे लापरवाही बरतने पर सादात थाना प्रभारी के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हत्या के मामले में पूछताछ के नाम पर 50-50 हजार रुपए की धनउगाई की शिकायत पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी को एक और शिकायत प्राप्त हुई जिसमें पता चला कि दो पक्षों के बीच हुई इस हिंसक घटना के बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया, लेकिन किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। पूर्व ग्राम प्रधान कृपा शंकर यादव गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनका इलाज बीएचयू ट्रामा सेंटर में चल रहा है।
कृपा शंकर के परिजनों ने जब सादात थाने में तहरीर दी, तो पुलिस ने फायरिंग की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने जांच के निर्देश दिए। सीओ सैदपुर अनिल कुमार की रिपोर्ट के आधार पर थानाध्यक्ष की लापरवाही की पुष्टि हुई।
सादात थानांतर्गत स्थानीय लोगो का कहना है कि थाना प्रभारी संतोष राय निहायत ही बत्तमीज और पैसे का लोभी व्यक्ति है, पिछले हफ्ते सत्यम हत्याकांड में दोषियों को जेल भेजने के बाद पूछताछ में लाये गए 7 लड़को को 3 दिन तक थाने में रखा, जिसकी शिनाख्त वहां की सीसीटीवी कर देगी, उसके बाद उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद छोड़ने के बाद रोज 7वों लोगों को बुलाकर सुबह से शाम तक मानसिक उत्पीड़न करते थे, और अपने कारखास के माध्यम से 50-50 हजार की डिमांड कर रहे थे। परिजनों ने वैसे देने में असमर्थता दिखाने पर रोज थाने बुलाकर उनका उत्पीड़न किया जा रहा था। इस हत्या के मामले में सवाल पूछे जाने पर पत्रकारों से भी अभद्रता की थी जिसकी शिकायत पर उच्च अधिकारियों ने मामले को लिया संज्ञान लेते हुए इसकी जांच करते हुए एक अन्य हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले में लिखित तहरीर देने के बाद भी मुकदमा नही लिखने पर थानाध्यक्ष पर हुई कार्यवाही।
गाजीपुर का बेशर्म थानेदार: निर्दोषों को छोड़ने के एवज में है जिसे पैसों से प्यार !
बता देंगे सादात जखनियां रेलवे स्टेशन के बीच युवक का हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था इसके बाद पुलिस ने चार युवकों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया लेकिन सादात थाना प्रभारी मौके का फायदा उठाने में जुट गए बेगुनाह गरीब युवकों को थाने में बुलाकर पूछताछ के नाम पर 50-50 हजार रुपए की रिश्वत मांगने लगे सुबह से शाम तक थाने में ही लोगों को बैठा कर मानसिक उत्पीड़न भी करने लगे इस मामले में सवाल पूछे जाने पर पत्रकारों से भी अभद्रता थानाध्यक्ष द्वारा की गई इसके बाद पूरे मामले का संज्ञान अधिकारियों ने लिया और तत्काल इसकी जांच करते हुए एक अन्य प्रकरण में भी दोषी पाए जाने पर थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश की बेलगाम पुलिस बेगुनाह गरीब युवकों को हत्या में फंसाए जाने की धमकी देना और 50-50 हजार की रिश्वत मांगना, व हत्या के आरएस जैसे गंभीर मामले में लिखित तहरीर देने के बावजूद मुकदमा न लिखना, दूसरे पक्ष पर विशेष कृपा बरसाना, क्या ऐसे थानाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का मुकदमा नहीं होना चाहिए, ऐसे थानाध्यक्ष पर निलंबन की ही कार्रवाई नहीं बल्कि विभागीय जांच कर भ्रष्टाचार का मुकदमा कायम कर आवश्यक कार्रवाई करने की जरूरत है तभी ऐसे भ्रष्टाचारी थानाध्यक्ष पर लगाम लगेगी।