सैदपुर में खाद्य विभाग की औचक छापेमारी: मिठाई की दुकानों में मिलावट व सुरक्षा मानकों का उल्लंघन पर बिफरे जॉइंट मजिस्ट्रेट
आकाश पाण्डेय
सैदपुर, गाज़ीपुर। आगामी दीपावली, गोवर्धन पूजा, छठ और अन्य प्रमुख त्योहारों पर मिठाईयों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए खाद्य विभाग की टीम ने मंगलवार को नगर में औचक छापेमारी की। यह कार्रवाई त्योहारों के दौरान संभावित मिलावट और गुणवत्ता के उल्लंघन को रोकने के उद्देश्य से की गई।
मंगलवार की दोपहर, खाद्य विभाग की टीम ने पहले तहसील कार्यालय में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर के यहां पहुंचे, वहां बैठक में खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजीव सिंह, पंकज कन्नौजिया, वीरेंद्र यादव, तहसीलदार देवेंद्र यादव और नायब तहसीलदार विजयकांत पांडेय शामिल हुए। इसके बाद, टीम ने खोवा मंडी की ओर रुख किया।
खोवा मंडी पहुंचने पर टीम की गाड़ी देखकर कई खोवा व्यापारी अपनी दुकानें बंद कर भाग गए। एक व्यापारी ने तो लगभग 32 हजार रुपये मूल्य का खोवा और इलेक्ट्रॉनिक तराजू खोवा मंडी के पीछे स्थित कब्रिस्तान में फेंक कर फरार हो गया। टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे नकली मानते हुए बोरे में बंद खोए को उठवाकर संजय वन के सामने जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर नष्ट कर दिया तथा उसमें से कुछ सैंपल लेकर तराजू को भी जब्त कर लिया ।
टीम ने खोवा मंडी से आगे बढ़कर बगल में स्थित एक मिठाई की दुकान पर जाकर एक बर्फी का नमूना लिया। फिर वे मां काली स्वीट्स की ओर गए, जहां सीधा कारखाने में घुस गए, उन्हें मिठाई निर्माण की जगह पर काफी गंदगी दिखी, साफ-सफाई की बेहद कमी थी, वही मिठाइयों का निर्माण होता देख जॉइंट मजिस्ट्रेट बिफर उठे । यहां हाथ धोने की व्यवस्था होने के बावजूद, गंदगी में मिठाइयाँ बनाई जा रही थीं। जब टीम ने काजू कतली पर इस्तेमाल होने वाले सिल्वर फॉयल के पैकेट की मांग की, तो पता चला कि उसका कोई मानक नहीं है।
इस दौरान, टीम ने बाहर घरेलू गैस सिलिंडर का वाणिज्यिक उपयोग देखा। आपूर्ति निरीक्षक श्याम मोहन को बुलाने के बाद, जब वे अंदर गए, तो वहां लगभग 33 घरेलू सिलेंडर पाए गए। जवाब मांगने पर संचालक स्पष्ट उत्तर नहीं दे सके।
टीम ने वहां से कई मिठाईयों के चार नमूने लिए और आगे बढ़कर जय मां काली स्वीट्स पर गई, वहां भी घरेलू सिलेंडर का उपयोग देख टीम नाराज हो गई। एक अन्य मिठाई की दुकान से भी एक नमूना लिया गया। इसके बाद टीम एक मैरेज हॉल में पहुंची, जहां संचालक ने विरोध किया। जांच के दौरान, वहां भी तीन खाली सिलेंडर मिले।
टीम ने आटा व तेल चक्की, भवन के पंजीकरण, नक्शे और बिजली कनेक्शन की जांच का भी निर्देश दिया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि बिजली कनेक्शन संदिग्ध तरीके से लिया गया है। उन्होंने जांच की गई दुकानों के संचालकों को सख्त चेतावनी दी कि वे बुधवार को फिर से आएंगे और तब तक मिठाई बनाने वाले कर्मचारियों के लिए सफाई और सुरक्षा मानकों का पालन करना आवश्यक होगा।
इस अभियान में लेखपाल संघ के अध्यक्ष राहुल मौर्य और रंजीत कुशवाहा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। खाद्य विभाग की इस कार्रवाई से साफ संकेत मिलता है कि वे त्योहारों के दौरान मिठाइयों की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं।