वाराणसी में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश: VDA के जोनल अधिकारी, जेई व एई घूस लेते रंगेहाथ 25 हजार लेते गिरफ़्तार
एन्टी करप्शन टीम की कार्रवाई से वाराणसी विकास प्राधिकरण में मचा हड़कंप, रामनगर निवासी की शिकायत पर रचा गया ट्रैप

नीरज सिंह, वाराणसी
वाराणसी। शहर में भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की कवायद के तहत शनिवार को एंटी करप्शन टीम ने वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। वीडीए के तीन कर्मचारियों को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया, जिनमें सहायक अभियंता (AE), जूनियर इंजीनियर (JE) और एक असोसिएट इंजीनियर शामिल हैं। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है और सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कैसे भ्रष्टाचार विकास योजनाओं की जड़ों को खोखला कर रहा है।
कार में ली जा रही थी रिश्वत, ट्रैप टीम ने किया पर्दाफाश
गिरफ्तार किए गए अधिकारियों में सहायक अभियंता गौरव जय प्रकाश सिंह, जूनियर इंजीनियर अशोक कुमार, और असोसिएट इंजीनियर अनस शामिल हैं। इन तीनों को पड़ाव स्थित वाराणसी विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर खड़ी एक कार में 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
रामनगर निवासी ने की थी शिकायत
इस कार्रवाई की नींव रामनगर निवासी अजय कुमार गुप्ता द्वारा दी गई लिखित शिकायत से रखी गई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि VDA के इंजीनियर भवन निर्माण संबंधी अनुमति और कार्य में सहयोग के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने शिकायत की पुष्टि की और ट्रैप योजना बनाई।
शनिवार को जैसे ही आरोपी इंजीनियरों ने अजय गुप्ता से घूस की रकम स्वीकार की, टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों को दबोच लिया। मौके पर रुपये भी बरामद हुए, जो सबूत के तौर पर जब्त कर लिए गए हैं।
विकास की आड़ में भ्रष्टाचार का खेल
यह मामला यह भी उजागर करता है कि कैसे सरकारी अधिकारियों द्वारा आम नागरिकों को परेशान किया जा रहा है और योजनाओं के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। जिन विभागों पर शहर के नियोजित विकास की जिम्मेदारी है, उन्हीं में भ्रष्टाचार का जाल फैला होना आमजन का प्रशासन से विश्वास उठाने का कारण बन रहा है।
एंटी करप्शन ब्यूरो की सख्ती जारी
सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई के बाद एंटी करप्शन टीम द्वारा अन्य विभागों पर भी नजर रखी जा रही है और निकट भविष्य में और भी गिरफ्तारी संभव हैं।
आमजन की चेतावनी: रिश्वत से इंकार करें, शिकायत करें
एंटी करप्शन विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा उनसे अवैध रूप से धन की मांग की जाती है, तो वे इसकी शिकायत तुरंत करें। विभाग ऐसे मामलों में गोपनीयता बनाए रखता है और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करता है।