वाराणसी कमिश्नरेट के मनबढ़ दरोगा ने पत्रकार अंकित मिश्रा से किया दुर्व्यवहार
सिगरा के रोडवेज चौकी पर तैनात है दरोगा सुधीर अग्रहरी
वाराणसी। पूर्व चीफ जस्टिस काटजू ने एक आदेश पर टिप्पणी करते हुए कहा था पत्रकार भीड़ का हिस्सा नही होता है। वहीं शासन-प्रशासन भी अपने अधीनस्थों को पत्रकारों के साथ सहूलियत से पेश आने की हिदायत देता है। मगर कुछ मनबढ़ किस्म के पुलिसकर्मी सरकारी आदेशों को धता बताते हुये पत्रकारों से दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आते।
मामला सिगरा थाने की रोडवेज चौकी का है, वहां तैनात प्रशिक्षु दरोगा सुधीर अग्रहरी और साथ में सिपाही ने रोडवेज चौकी से गुजर रहे गाजीपुर के खानपुर के पत्रकार अंकित मिश्रा न सिर्फ अभद्रता की बल्कि परिचय देने पर थप्पड़ जड़ दिया और पत्रकारों के बारे में अपशब्द बोलने लगा।
बताया जाता है कि अंकित पूर्व में अपने थाने पर तैनात एक दीवान से खड़े होकर बातचीत कर रहे थे तभी एकाएक रोडवेज चौकी पर तैनात प्रशिक्षु दरोगा सुधीर अग्रहरी अपने साथ सिपाही लेकर पैदल जाते ही पत्रकार से बदतमीजी करते हुए वहां खड़े हुए पत्रकार अंकित मिश्रा को थप्पड़ से मार दिया। जिसके बाद पत्रकार अंकित मिश्रा ने दरोगा जी से मारने का कारण पूछने लगे तभी वर्दी के रूवाब दिखाते हुए, दरोगा जी ने पत्रकार का कालर पकड़कर चौकी में बंद करने की धमकी देने लगा। लेकिन बाद में साथ में पत्रकार अंकित मिश्रा के साथ रहे दीवान जी ने मामले को समझाते हुए अपने पास से कुछ दे लेकर मामला सुलझाया, लेकिन मजे की बात यह है कि पत्रकार अंकित मिश्रा ने प्रशिक्षु दरोगा सुधीर शर्मा को अपना परिचय भी दिया लेकिन परिचय देते हुए गुस्साए दरोगा ने कहा कि पत्रकार हो तो क्या तुम्हारी औकात दिखा दूंगा।
वाराणसी के रोडवेज चौकी पर तैनात दरोगा सुधीर शर्मा का आए दिन जनता से दुर्व्यहार देखने को मिलता ही था लेकिन आज एक पत्रकार साथी के साथ दुर्व्यहार होने पर माहौल काफी चचाओं में रहा वैसे कल मामले को लेकर पत्रकार अंकित ने शासन-प्रशासन को पत्र लिखकर दरोगा की करतूतों से अवगत कराने की बात की है।