
नीरज सिंह, वाराणसी
वाराणसी। सारनाथ क्षेत्र में कालोनाइज़र महेंद्र गौतम की दिनदहाड़े हत्या के पीछे बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, गाजीपुर निवासी योगेंद्र यादव उर्फ फैटु इस पूरे हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त बताया जा रहा है। फैटु ने कथित रूप से मुंबई से बैठकर यह हत्या करवाई थी और इसके लिए 5 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी।
जमीन के कारोबार में फंसा था पैसा
जानकारी के अनुसार, कोविड काल में फैटु मुंबई से वाराणसी आया और महेंद्र से मुलाकात हुई। दोनों ने मिलकर प्लॉटिंग के कारोबार की शुरुआत की, लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच विवाद गहराने लगा। सारनाथ के स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि फैटु का बड़ा पैसा महेंद्र की वजह से फंस गया था। न महेंद्र पैसे लौटा रहा था और न ही फैटु को जमीन के कारोबार में पैर जमाने दे रहा था। यही अदावत धीरे-धीरे दुश्मनी में बदल गई और फैटु ने महेंद्र की हत्या की साजिश रची।
शूटरों का गाजीपुर लूटकांड से भी है कनेक्शन
जानकारी के अनुसार जिन शूटरों को महेंद्र की हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया, वही शूटर हाल ही में गाजीपुर बैंक वैन लूटकांड में भी शामिल थे और फिलहाल वांछित चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि पल्सर बाइक से वारदात को अंजाम देने वाले यही तीनों शूटर वहां भी सीसीटीवी फुटेज में दिखे थे।
साजिश का जाल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शूटरों को अरेंज करने वाला और असलहा उपलब्ध कराने वाला मुकीम नामक व्यक्ति बीती रात सारनाथ के फरीदपुर क्षेत्र से पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, घटना स्थल की रेकी कराने और शूटरों को सहयोग देने वाला सारनाथ निवासी एक तिवारी भी पुलिस की राडार पर है और जल्द गिरफ्त में आने की संभावना जताई जा रही है।
फैटु को वाराणसी पुलिस मुंबई से उठाकर लाई है और उससे पूछताछ के दौरान इस पूरे हत्याकांड की परतें खुल रही हैं। पुलिस ने शूटरों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश तेज कर दी है।
शूटरों ने दुस्साहसिक ढंक से की थी प्रोपर्टी डीलर की हत्या
वाराणसी कमिश्नरेट में सारनाथ थाना क्षेत्र के अरिहंत नगर कॉलोनी में 21 अगस्त 2025 को सुबह करीब 9 बजे 54 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर महेंद्र गौतम की बाइक सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
महेंद्र बुद्धा सिटी स्थित घर से अरिहंत नगर, सिंहपुर अपने ऑफिस जा रहे थे, जब हमलावरों ने उनकी बाइक को ओवरटेक कर कनपटी और गर्दन में करीब से गोलियां दागीं। मौके पर ही महेंद्र की मौत हो गई, और इलाके में दहशत फैल गई। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें हमलावर पल्सर बाइक पर सवार नजर आ रहे हैं।
मुम्बई में बैठकर रची गई थी हत्या कि साजिश
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह हत्या कोई साधारण अपराध नहीं बल्कि सुनियोजित साजिश का नतीजा थी, जो मुंबई से रची गई। मुख्य अभियुक्त गाजीपुर निवासी योगेंद्र यादव उर्फ फैटू यादव को बताया जा रहा है, जो मुंबई का बिल्डर है और बनारस के सारनाथ इलाके में जमीन के कारोबार में पैर जमाने की कोशिश कर रहा था। फैटू ने महेंद्र को अपना रास्ते की अड़चन मानते हुए 5 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या करवाई।
कोविड काल में शुरू किया था साथ में कारोबार
कोविड काल में फैटू बनारस आया था, जहां उसकी महेंद्र से मुलाकात हुई। दोनों ने मिलकर प्लॉटिंग का काम शुरू किया, लेकिन जल्द ही विवाद उभर आया। सूत्रों के अनुसार फैटू का मोटा पैसा महेंद्र की वजह से फंस गया, जिससे अनबन अदावत में बदल गई। महेंद्र न तो पैसा लौटा रहे थे और न ही फैटू को इलाके में स्थापित होने दे रहे थे।
फैटू ने मुंबई से बैठकर साजिश रची और स्थानीय शूटरों को जोड़ा। सूत्रों के मुताबिक, जिन शूटरों का इस्तेमाल किया गया, वे कुछ दिन पहले गाजीपुर में बैंक वैन लूट कांड में शामिल थे और पुलिस के वांछित हैं।
शूटरों को अरेंज करने वाला और असलहा मुहैया कराने वाला व्यक्ति बीती रात पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना स्थल पर रेकी और शूटरों का सहयोग करने वाला सारनाथ का ही निवासी कोई तिवारी बताया जा रहा है, जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
शूटरों की पहचान हो चुकी है, और वे गाजीपुर लूट कांड में भी पल्सर बाइक पर सवार दिखे थे। फैटू के परिजनों का कहना है कि बनारस पुलिस ने उसे मुंबई से गिरफ्तार किया, जहां से पूरे हत्याकांड की एक-एक कड़ी खुलती गई।
पुलिस ने घटना के बाद तुरंत अभियोग दर्ज कर लिया और जांच शुरू की। डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि 10 पुलिस टीमों ने कॉलोनाइजर, होटल संचालक समेत 40 लोगों से पूछताछ की है। एसओजी-2 ने तीन संदिग्धों से पूछताछ की, लेकिन अभी तक मुख्य आरोपी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है।
यह हत्या वाराणसी में बढ़ते अपराध और जमीन माफिया के प्रभाव को उजागर करती है। महेंद्र गौतम करोड़पति कारोबारी थे और सारनाथ में कई प्रोजेक्ट्स से जुड़े थे। परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है, जबकि पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।