वाराणसी कमिश्नरेट के ‘ऑपरेशन चक्रव्यूह’ में फंसा 25 हज़ार का इनामिया बदमाश, लंका पुलिस ने मुठभेड़ में लंगड़ा कर किया गिरफ्तार
मो० आरिफ़ अंसारी
वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के निर्देश पर चल रहे ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत शनिवार शाम लंका पुलिस और एक बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ उस समय हुई जब लंका पुलिस ने बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ियों की चेकिंग अभियान के तहत एक लाल रंग की बाइक को देखा। बाइक की जांच के लिए पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन बाइक सवार ने पुलिस का आदेश नजरअंदाज करते हुए रुकने के बजाय पुलिस पर गोली चलानी शुरू कर दी। बदमाश ने पुलिस के सामने आते ही फायरिंग की और सर्विस लेन पर भागने की कोशिश की।
पुलिस ने तुरंत आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की, जिसमें बदमाश को दाहिने पैर में गोली लग गई और वह अपनी बाइक समेत गिर गया। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान बदमाश के पास से एक रेसर बाइक और एक देशी तमंचा बरामद हुआ।
घायल बदमाश की पहचान 25 हजार रुपये के इनामी अपराधी विनय यादव के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में संगीन मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार, विनय यादव पर देवरिया, जौनपुर, सुल्तानपुर और वाराणसी में कुल 11 गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, दुष्कर्म, गौकशी, गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट जैसी धाराएं शामिल हैं।
मुठभेड़ की सूचना मिलते ही मौके पर एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी० भी पहुंचे और फॉरेंसिक टीम को भी घटना स्थल पर बुलाया गया, ताकि साक्ष्य संकलन की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
इस मुठभेड़ के बाद इंस्पेक्टर लंका, शिवाकांत मिश्र ने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की सूचना दी और घायल बदमाश को अस्पताल भेजने की व्यवस्था की। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है, और यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि अपराधी के अन्य गैंग और उसके आपराधिक इतिहास की पूरी जानकारी जुटाई जाए।
एडीसीपी सरवणन ने मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑपरेशन चक्रव्यूह का हिस्सा था, जो अपराधियों के खिलाफ चलाया जा रहा है। उनका कहना था कि पुलिस किसी भी कीमत पर अपराधियों को पकड़ने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संकल्पित है।