Commissionerate Varanasi: महिला अपराधों की विवेचना में देरी पर एडीसीपी ममता रानी की सख्त चेतावनी
मनीष जायसवाल
कमिश्नरेट वाराणसी में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के मामलों की विवेचना में देरी की समस्याओं को लेकर आज एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी की अध्यक्षता एडीसीपी ममता रानी ने की।
गोष्ठी के दौरान, एडीसीपी (महिला अपराध) ने स्पष्ट रूप से कहा कि शहर के विभिन्न थानों में महिलाओं से संबंधित अपराधों की विवेचनाओं में समय पर प्रगति नहीं हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं को उचित समय पर न्याय नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने सभी थाना और चौकी प्रभारी, साथ ही विवेचनाकर्ताओं को निर्देशित किया कि सभी महिलाओं से संबंधित मामलों की विवेचना को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और उनका निस्तारण समय पर सुनिश्चित किया जाए।
एडीसीपी ममता रानी ने चेतावनी दी कि यदि विवेचनाओं का निस्तारण समय पर नहीं होता है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिदिन नए मामलों की रिपोर्ट आ रही है, जहां विवेचना में देरी के कारण महिलाओं को न्याय मिलने में अत्यधिक समय लग रहा है। इस स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस प्रशासन को कड़ी मेहनत और तत्परता से काम करने की आवश्यकता है।
एडीसीपी ने विशेष रूप से यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में विवेचनाकर्ताओं को एक विवेचना को पूरा करने में दो से तीन महीने का समय लग रहा है, जो कि अत्यधिक असंतोषजनक है। यदि ऐसी लापरवाही जारी रही, तो इसके परिणामस्वरूप कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एडीसीपी ममता रानी ने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य महिला अपराधों को रोकना और पीड़ितों को समय पर न्याय प्रदान करना है। उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और उत्पीड़न को रोकने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को समझें और तत्परता से कार्रवाई करें।