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Varanasi: रोहनियां पुलिस ने अवैध कॉल सेंटर पर मारा छापा, साइबर ठगी का भंडाफोड़

आरिफ़ अंसारी, वाराणसी

 

वाराणसी, 3 सितंबर 2025: रोहनियां थाना क्षेत्र के अखरी चौकी अंतर्गत अवलेशपुर में पुलिस ने एक बड़े अवैध कॉल सेंटर पर छापेमारी की। इस ऑपरेशन में दर्जनों कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

पुलिस का दावा है कि यह कॉल सेंटर साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था, जहां निवेश, लोन और अन्य बहानों से लोगों को ठगा जाता था। छापे के दौरान 25-30 लोग मौके से पकड़े गए हैं, जिनमें कॉलिंग स्टाफ और मैनेजर शामिल हैं।

डीसीपी वरुणा जोन के निर्देश पर हुई कार्रवाई

डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार के निर्देश पर रोहनियां पुलिस ने यह छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अवलेशपुर में मुख्य सड़क से थोड़ी दूरी पर एक प्रॉपर्टी में अवैध कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। यह जगह रोहनियां थाना क्षेत्र के अखरी के पास स्थित है, जो एक शांत इलाका है। पुलिस टीम ने रात के समय छापा मारा और पूरे परिसर को घेर लिया।

एडीसीपी नीतू ने बताया, “मौके पर 25-30 लोग मिले हैं, जो कॉल सेंटर चला रहे थे। इन सभी को हिरासत में ले लिया गया है।”

साइबर ठगी के लिए हो रहा था कॉल सेंटर का इस्तेमाल

पुलिस जांच में पता चला कि यह कॉल सेंटर साइबर फ्रॉड का केंद्र था। यहां काम करने वाले लोग फोन के जरिए लोगों को निवेश के नाम पर, लोन देने के बहाने या कभी-कभी पार्सल डिलीवरी जैसे झूठे दावों से ठगते थे।

एडीसीपी नीतू के अनुसार, “ये लोग कॉल करके लोगों को धोखा देते थे। कभी निवेश का लालच देते, कभी लोन का झांसा या फिर पार्सल में सामान होने का बहाना बनाकर पैसे ऐंठते।” पुलिस का कहना है कि ठगी के पैसे हवाला के माध्यम से ट्रांसफर किए जाते थे, जिसकी जांच की जा रही है।

मौके से 30-32 लोगों को किया गया गिरफ्तार, महिलाएं भी शामिल

छापेमारी के दौरान पुलिस ने 30-32 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें ज्यादातर कॉलिंग स्टाफ हैं, जो फोन पर ठगी का काम करते थे। पुलिस ने बताया कि दो मैनेजर भी पकड़े गए हैं, जो पूरे ऑपरेशन को मैनेज करते थे। ये मैनेजर लोकल वाराणसी के रहने वाले हैं और स्टाफ को टारगेट लिस्ट देते थे कि किसे कॉल करना है। पकड़े गए लोगों में काफी संख्या में नॉर्थ ईस्ट के निवासी भी हैं, कुछ महिलाएं भी मौके से मिली हैं, लेकिन उनका रोल अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।

पुलिस का कहना है कि महिलाओं की भूमिका की जांच की जा रही है और पूरे परिसर की तलाशी अभी जारी है। सभी पकड़े गए लोगों से पूछताछ हो रही है, और उनके नाम, पता तथा फोटो की पहचान की जा रही है।

दर्जनों कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद

पुलिस ने छापे में बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किया है। इनमें दर्जनों कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फोन शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा रहा था। पुलिस का अनुमान है कि इन डिवाइसेज से हजारों लोगों को टारगेट किया गया होगा। जब्त सामान की फॉरेंसिक जांच की जाएगी ताकि ठगी के पैटर्न और पीड़ितों की जानकारी निकाली जा सके। एडीसीपी नीतू ने कहा, “यह एक बड़ा नेटवर्क लगता है। हम सभी डिवाइसेज की जांच कर रहे हैं और हवाला कनेक्शन की भी तह तक जाएंगे।”

आगे की कार्रवाई और मुकदमा दर्ज

पुलिस ने सभी पकड़े गए लोगों को हिरासत में ले लिया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। रोहनियां थाने में साइबर ठगी, धोखाधड़ी और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि इस छापेमारी से साइबर क्राइम के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, और आगे की जांच में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। स्थानीय निवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है, क्योंकि इलाके में ऐसे अवैध गतिविधियों की अफवाहें पहले से चल रही थीं।

डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने आम जनता से अपील की है कि अगर कोई व्यक्ति ऐसी ठगी का शिकार हुआ है, तो वह रोहनियां थाने में संपर्क करे।

जांच टीम का नेतृत्व खुद डीसीपी प्रमोद कुमार कर रहे हैं, और जल्द ही पूरे मामले की रिपोर्ट जारी की जाएगी।

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